जिला पंचायत सदस्य नीलम चंद्राकर ने लिया श्रीमद् भागवत गीता श्रवण लाभ, भक्ति रस में डूबे श्रद्धालु

कुरुद – ग्राम कुर्रा (बगौद) में इन दिनों श्रीमद् भागवत गीता का भव्य आयोजन चल रहा है, जिसमें बड़ी संख्या में श्रद्धालु शामिल हो रहे हैं। धार्मिक अनुष्ठान के इसी क्रम में जिला पंचायत सदस्य नीलम चंद्राकर ने भी अपनी उपस्थिति दर्ज कराते हुए कथा श्रवण का लाभ लिया।

इस अवसर पर उन्होंने कहा कि श्रीमद् भगवत गीता केवल एक ग्रंथ नहीं, बल्कि संपूर्ण मानव जीवन के लिए एक मार्गदर्शक है। उन्होंने भगवद्गीता के श्लोकों का उल्लेख करते हुए कहा – “परित्राणाय साधूनां विनाशाय च दुष्कृताम्। धर्मसंस्थापनार्थाय सम्भवामि युगे युगे।।” जिसका अर्थ है कि जब-जब अधर्म बढ़ता है, तब-तब भगवान धर्म की पुनः स्थापना के लिए अवतरित होते हैं। नीलम चंद्राकर ने कहा कि गीता हमें सिखाती है कि जीवन में कैसी भी परिस्थिति हो, हमें धर्म और सत्य के मार्ग पर अडिग रहना चाहिए। उन्होंने यह भी कहा कि वर्तमान समय में समाज में नैतिक मूल्यों और आध्यात्मिकता की आवश्यकता पहले से अधिक हो गई है, और इस तरह के आयोजनों से हमें सकारात्मक ऊर्जा और प्रेरणा मिलती है।

neelam chandrakar

ग्रामवासियों के सहयोग से हुआ भव्य आयोजन

इस श्रीमद् भागवत गीता महायज्ञ का आयोजन समस्त ग्रामवासियों के सहयोग से किया गया, जिससे पूरे क्षेत्र में आध्यात्मिक वातावरण बना हुआ है। सभी ग्रामवासियों ने तन-मन-धन से इस आयोजन को सफल बनाने में योगदान दिया। आयोजन स्थल को भव्य रूप से सजाया गया, जहां श्रद्धालु भक्ति भाव से कथा श्रवण कर रहे हैं। श्रीमद् भागवत कथा के दौरान कथा वाचक ने भगवान श्रीकृष्ण की लीलाओं का सुंदर वर्णन किया, जिसे सुनकर श्रद्धालु भावविभोर हो गए। जैसे ही भजनों की प्रस्तुति शुरू हुई, श्रद्धालु गंगा-जमुना की भक्ति धारा में डूबते नजर आए। भजनों की मधुर धुनों पर लोग झूम उठे और भक्ति रस में सराबोर हो गए।

व्यासपीठ से प्राप्त किया आशीर्वाद

नीलम चंद्राकर ने व्यासपीठ से आशीर्वाद प्राप्त किया और इस आयोजन को सफल बनाने के लिए आयोजकों और ग्रामवासियों को धन्यवाद दिया। उन्होंने कहा कि इस प्रकार के धार्मिक आयोजनों से समाज में भाईचारा, शांति और सद्भावना का संचार होता है। ग्रामवासियों ने भी इस आयोजन की सराहना की और कहा कि इस प्रकार के आयोजन आध्यात्मिक शांति प्रदान करने के साथ-साथ समाज को जोड़ने का भी कार्य करते हैं। आयोजन के समापन पर प्रसाद वितरण किया गया, जिसमें सैकड़ों श्रद्धालुओं ने प्रसाद ग्रहण किया और भगवान श्रीकृष्ण के जयकारों से पूरा क्षेत्र गूंज उठा।

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Author: Arpa News 36