कुरूद – कुरूद के बजरंग चौक में स्थित दक्षिण मुखी हनुमान जी महाराज की 90 वर्षों बाद वास्तविक स्वरूप में दर्शन करने का सौभाग्य आज श्रद्धालुओं को प्राप्त हुआ। इस प्राचीन मंदिर का निर्माण नगर के बुजुर्गों ने विधि-विधान से स्वयंभू बजरंगबली की प्रतिमा स्थापित कर किया था, जो आज पूरे कुरूद और वार्ड की पहचान बन चुका है।
2.40 क्विंटल बंदन निकला, गंगा नदी में होगा विसर्जन
हनुमान जी महाराज के चोला परिवर्तन के दौरान 2.40 क्विंटल बंदन निकाला गया। धार्मिक परंपरा के अनुसार, इस बंदन को प्रयागराज की गंगा नदी में विसर्जित करने का निर्णय लिया गया है। नवरात्रि के पश्चात मंदिर समिति और पुजारीगण की टोली इसे लेकर प्रयागराज के लिए प्रस्थान करेगी।
रात्रि 12 बजे तक होगा नया चोला अर्पित
आज रात 12 बजे तक भजन-कीर्तन और पूजा-अर्चना के साथ हनुमान जी महाराज को नया चोला चढ़ाने की प्रक्रिया पूरी की जाएगी। इस शुभ अवसर पर पूरे नगर में भक्तिमय वातावरण बना हुआ है और श्रद्धालु बड़ी संख्या में मंदिर पहुंचकर दर्शन कर रहे हैं।
नगर प्रशासन और समिति का सहयोग
मंदिर समिति के सदस्यों और नगर प्रशासन ने इस धार्मिक अनुष्ठान में पूर्ण सहयोग देने का आश्वासन दिया है। मंदिर के पूजन कार्य और गर्भगृह के आवश्यक सुधार के लिए नगर की ओर से हर प्रकार की सहायता उपलब्ध कराई जाएगी।
श्रद्धालुओं के लिए पुण्य अवसर
यह ऐतिहासिक क्षण कुरूद वासियों के लिए एक सौभाग्यशाली दिन है। भक्तजनों में इस दिव्य अवसर को लेकर विशेष उत्साह देखा जा रहा है। जय बजरंग बली! जय श्रीराम! जय कुरूद!
