कार्यक्रम का शुभारंभ: भावनाओं से जुड़ा एक हरित संदेश
छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में एक पेड़ मां के नाम 2.0 कार्यक्रम के तहत एक विशेष आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने नवा रायपुर स्थित नवीन विधानसभा परिसर में विधिवत पूजा-अर्चना कर गुलमोहर का पौधा रोपित किया। इस भावनात्मक पहल का उद्देश्य न केवल पर्यावरण सुरक्षा है, बल्कि मां के प्रति सम्मान और प्रेम को प्रकृति के माध्यम से दर्शाना भी है।
विधानसभा परिसर में एकजुटता का परिचय
मुख्यमंत्री के साथ नेताओं की भागीदारी
एक पेड़ मां के नाम 2.0 कार्यक्रम में न केवल मुख्यमंत्री, बल्कि विधानसभा अध्यक्ष डॉ. रमन सिंह, नेता प्रतिपक्ष डॉ. चरणदास महंत, दोनों उप मुख्यमंत्री अरुण साव और विजय शर्मा, और वन मंत्री केदार कश्यप ने भी भाग लिया। उन्होंने गुलमोहर के पौधे लगाकर पर्यावरण संरक्षण का संदेश दिया।
प्रशासनिक अधिकारियों की उपस्थिति
इस विशेष मौके पर मुख्य सचिव अमिताभ जैन, विधानसभा सचिव दिनेश शर्मा, अपर मुख्य सचिव (वन) ऋचा शर्मा, छत्तीसगढ़ वन बल प्रमुख व्ही. श्रीनिवास राव, और अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहे। उनकी मौजूदगी इस अभियान की गंभीरता और समर्पण को दर्शाती है।
एक पेड़ मां के नाम 2.0: उद्देश्य और महत्व
भावनात्मक जुड़ाव और पर्यावरणीय जिम्मेदारी
यह अभियान मातृत्व को सम्मान देने का एक अनूठा तरीका है। जब कोई व्यक्ति अपनी मां के नाम से पेड़ लगाता है, तो वह न केवल एक पौधा रोपता है, बल्कि उस प्रेम को अमर करता है जो मां के प्रति होता है।
हरियाली बढ़ाने की दिशा में प्रयास
छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा चलाया गया यह अभियान राज्य को हराभरा बनाने के साथ-साथ नागरिकों को वृक्षारोपण के प्रति जागरूक भी कर रहा है।
वृक्षारोपण का चयन: क्यों चुना गया गुलमोहर?
गुलमोहर का पौधा न केवल अपनी खूबसूरती के लिए जाना जाता है, बल्कि यह पर्यावरण शुद्ध करने में भी महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाता है। इसके फूल वातावरण को सजाते हैं और हरियाली को बढ़ावा देते हैं।
एक पेड़ मां के नाम 2.0 की व्यापक पहुंच
इस अभियान की सफलता केवल एक दिन के आयोजन तक सीमित नहीं है। इसे पूरे राज्य में लागू किया गया है और आम नागरिकों को भी इसमें भाग लेने के लिए प्रोत्साहित किया जा रहा है।
जनभागीदारी का आह्वान
राज्य सरकार द्वारा यह संदेश बार-बार दोहराया जा रहा है कि एक पेड़ मां के नाम 2.0 कार्यक्रम केवल सरकारी स्तर पर न रह जाए, बल्कि आम जनता भी इसमें पूरी सक्रियता से भाग ले। यह एक ऐसा अभियान है जो आने वाली पीढ़ियों के लिए प्रेरणा बन सकता है।
एक पेड़ मां के नाम 2.0 केवल एक वृक्षारोपण कार्यक्रम नहीं, बल्कि यह संवेदनाओं, जिम्मेदारियों और हरियाली की ओर एक संयुक्त कदम है। मुख्यमंत्री विष्णु देव साय और राज्य के प्रमुख नेताओं की भागीदारी इस बात को दर्शाती है कि पर्यावरण और मातृत्व के सम्मान में सरकार कितनी गंभीर है। आइए, हम भी इस अभियान से जुड़ें और अपनी मां के नाम एक पौधा जरूर लगाएं।
