धमतरी में फ्यूचर फार्मिंग AI आधारित कृषि कार्यक्रम की शुरुआत
धमतरी । जिला प्रशासन धमतरी, प्रथम एजुकेशन फाउंडेशन और Agripilot.AI के संयुक्त तत्वावधान में फ्यूचर फार्मिंग AI आधारित कृषि कार्यक्रम के तहत कुरूद विकासखंड में पाँच अत्याधुनिक वेदर स्टेशन स्थापित किए गए हैं।
इस पहल का मुख्य उद्देश्य किसानों को मौसम की सटीक और समयपूर्व जानकारी उपलब्ध कराना है ताकि वे अपनी कृषि गतिविधियों की योजना और प्रबंधन वैज्ञानिक ढंग से कर सकें। यह कार्यक्रम किसानों को तकनीकी रूप से सशक्त बनाने की दिशा में एक बड़ा कदम माना जा रहा है।
कुरूद विकासखंड के पाँच गाँवों में लगाए गए वेदर स्टेशन
फ्यूचर फार्मिंग AI आधारित कृषि कार्यक्रम के तहत कुरूद ब्लॉक के पंचपेड़ी, हंचलपुर, जुगदेही, गोबरा और चरमुड़िया ग्राम पंचायत कार्यालयों के प्रांगण में वेदर स्टेशन स्थापित किए गए हैं।
प्रत्येक वेदर स्टेशन लगभग 1000 एकड़ क्षेत्रफल को कवर करेगा और आस-पास के किसानों को रीयल-टाइम मौसम अपडेट प्रदान करेगा।
इन आंकड़ों के माध्यम से किसान फसल चयन, बुवाई, सिंचाई और कीटनाशक प्रबंधन जैसे कार्यों में अधिक सटीक निर्णय ले पाएंगे।
किसानों का पंजीयन और तकनीकी प्रशिक्षण
इस कार्यक्रम के अंतर्गत वर्तमान में 20 गाँवों के 200 किसानों का पंजीयन किया गया है। पंजीकृत किसानों को तकनीकी प्रशिक्षण और मार्गदर्शन भी दिया जा रहा है ताकि वे मौसम आधारित कृषि निर्णयों में दक्ष बन सकें।
कृषि विशेषज्ञों ने किसानों को बताया कि कैसे वे इन वेदर स्टेशनों से प्राप्त डेटा का विश्लेषण कर फसल उत्पादन बढ़ा सकते हैं।
इससे न केवल उनकी लागत घटेगी बल्कि फसल की गुणवत्ता और उत्पादन में भी सुधार होगा।
समारोह में किसानों की सहभागिता और विशेषज्ञों की जानकारी
वेदर स्टेशन की स्थापना के बाद भूमि पूजन समारोह आयोजित किया गया, जिसमें ग्राम सरपंच, पंचायत प्रतिनिधि, कृषि विभाग के अधिकारी और बड़ी संख्या में स्थानीय किसान शामिल हुए।
इस मौके पर Agripilot.AI के विशेषज्ञ श्री शांतनु ने किसानों को वेदर स्टेशन के उपयोग, डेटा विश्लेषण और इसके लाभों के बारे में विस्तार से बताया।
उन्होंने कहा कि इन उपकरणों की मदद से किसान अब मौसम पर निर्भर नहीं रहेंगे, बल्कि तकनीक के माध्यम से वैज्ञानिक खेती की दिशा में अग्रसर होंगे।
प्रथम एजुकेशन फाउंडेशन की सराहनीय पहल
प्रथम एजुकेशन फाउंडेशन के वरिष्ठ एसोसिएट श्री दिनेश बोरसे ने बताया कि यह पहल मध्य भारत और छत्तीसगढ़ के लिए ऐतिहासिक महत्व रखती है।
उन्होंने कहा, “यह पहला जिला और ब्लॉक है जहाँ किसानों के हित में इस तरह की उन्नत AI आधारित तकनीक का उपयोग किया जा रहा है।”
उन्होंने इस प्रयास को “स्मार्ट कृषि की दिशा में मील का पत्थर” बताया और जिला प्रशासन धमतरी तथा कृषि विभाग के नवाचार की सराहना की।
AI तकनीक से स्मार्ट कृषि की दिशा में बड़ा कदम
फ्यूचर फार्मिंग AI आधारित कृषि कार्यक्रम के माध्यम से किसानों को मौसम, तापमान, नमी और वर्षा जैसी जानकारी रीयल-टाइम डैशबोर्ड पर मिलेगी।
इससे वे सिंचाई के सही समय का चयन कर सकेंगे और कीटनाशक उपयोग को भी नियंत्रित कर पाएंगे।
AI (Artificial Intelligence) की यह तकनीक खेती को अधिक सटीक, टिकाऊ और लाभकारी बनाएगी।
कार्यक्रम के प्रमुख लाभ एक नजर में
| लाभ | विवरण |
|---|---|
| 🌤️ मौसम की सटीक जानकारी | रीयल-टाइम अपडेट से कृषि योजना आसान |
| 🌱 वैज्ञानिक निर्णय | डेटा आधारित फसल चयन और सिंचाई प्रबंधन |
| 💧 पानी की बचत | आवश्यकता अनुसार सिंचाई समय निर्धारण |
| 🚜 उत्पादकता में वृद्धि | लागत घटाकर उपज बढ़ाना |
| 🧠 तकनीकी सशक्तिकरण | किसानों को डिजिटल युग से जोड़ना |
स्मार्ट गांव और डिजिटल कृषि की दिशा में प्रेरणा
फ्यूचर फार्मिंग AI आधारित कृषि कार्यक्रम न केवल किसानों की उत्पादन क्षमता बढ़ाएगा बल्कि ग्रामीण विकास में भी अहम भूमिका निभाएगा।
यह कार्यक्रम धमतरी जिले को स्मार्ट एग्रीकल्चर मॉडल के रूप में स्थापित करेगा, जहाँ तकनीक और परंपरा का संगम देखने को मिलेगा।
फ्यूचर फार्मिंग AI आधारित कृषि कार्यक्रम धमतरी जिले के किसानों के लिए एक परिवर्तनकारी पहल साबित हो रहा है।
इससे खेती अधिक वैज्ञानिक, लाभकारी और पर्यावरण अनुकूल बनेगी।
जिला प्रशासन, प्रथम एजुकेशन फाउंडेशन और Agripilot.AI की यह साझेदारी निश्चित रूप से छत्तीसगढ़ को स्मार्ट कृषि की दिशा में अग्रसर करेगी।







