छत्तीसगढ़ के हाट-बाजारों में इन दिनों एक खास जंगली फल खूब नजर आ रहा है — गंगा इमली। इसे वाइल्ड टैमरिंड या जंगली इमली के नाम से भी जाना जाता है। खट्टा-मीठा स्वाद देने वाला यह फल ना केवल चटपटा मज़ा देता है, बल्कि सेहत के लिए भी बेहद फायदेमंद है। अक्सर गांवों और जंगलों के किनारों पर मिलने वाला यह फल गर्मियों में लोगों की पसंद बन चुका है।
अगर आप सोच रहे हैं कि यह फल सिर्फ मज़े के लिए खाया जाता है, तो जरा रुकिए। गंगा इमली शरीर को अंदर से स्वस्थ रखने में भी बड़ी भूमिका निभाता है। आइए जानते हैं इसके पांच प्रमुख स्वास्थ्य लाभ —
1. पाचन तंत्र को बनाता है मजबूत
गंगा इमली में मौजूद प्राकृतिक एंजाइम्स पेट की गड़बड़ियों जैसे अपच और गैस से राहत दिलाते हैं। गर्मियों में यह फल खासतौर पर पाचन तंत्र को ठंडा और सक्रिय बनाए रखने में मदद करता है।
2. इम्युनिटी को करता है बूस्ट
इसमें विटामिन C और एंटीऑक्सीडेंट्स भरपूर मात्रा में होते हैं, जो शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाते हैं और मौसमी बीमारियों से सुरक्षा प्रदान करते हैं।
3. शरीर को करता है डिटॉक्स
गंगा इमली एक नेचुरल डिटॉक्सिफायर है। यह शरीर से हानिकारक तत्वों को बाहर निकालने में मदद करता है, जिससे आपकी सेहत अंदर से साफ और ताजगी से भरपूर रहती है।
4. रक्त शुद्धि में मददगार
आयुर्वेद में इसे रक्त शुद्ध करने वाला फल माना जाता है। इसके सेवन से त्वचा संबंधी परेशानियां जैसे फोड़े-फुंसी, एलर्जी और खुजली में राहत मिलती है।
5. ब्लड शुगर और कोलेस्ट्रॉल को नियंत्रित करता है
कुछ रिसर्च यह संकेत देते हैं कि गंगा इमली के नियमित सेवन से ब्लड शुगर और LDL कोलेस्ट्रॉल का स्तर नियंत्रण में रहता है, जिससे हृदय रोगों का खतरा भी कम होता है।
