आरंग। हर साल की तरह इस साल भी हज़रत सैय्यद मूसा शहीद रहमतुल्लाह अलैह का सालाना उर्स पाक बड़े ही अकीदत और एहतेराम के साथ मनाया जाएगा। यह मुबारक मौका 17 अप्रैल 2025, दिन जुमेरात (गुरुवार) को होगा, जिसकी तैयारियाँ जोरों पर हैं।
उर्स का आगाज़ 17 अप्रैल को नमाज-ए-असर के बाद होगा। इस मौके पर संदल व चादर शरीफ जामा मस्जिद के पास से रवाना होकर पूरे शहर का गश्त करते हुए मजार-ए-अकदस पहुंचेगी, जहां अकीदतमंदों द्वारा चादर पेश की जाएगी।
आम लंगर का इंतज़ाम नमाज-ए-मगरिब के बाद रहेगा, जिसमें सभी मजहब और फिरकों के लोग शामिल होकर आपसी भाईचारे की मिसाल पेश करते हैं।
रात की महफिल में नमाज-ए-ईशा के बाद उलमा-ए-कराम की तकरीरें होंगी, जिसमें दीनी और इस्लामी तालिमात पर रोशनी डाली जाएगी। इसके बाद महफिल-ए-समां का आयोजन होगा, जिसमें हिंदुस्तान के मशहूर इंटरनेशनल कव्वाल अपनी खूबसूरत आवाज़ में कलाम पेश करेंगे।
दस्तारबंदी का खास प्रोग्राम भी इस मौके पर रखा गया है। मदरसा गौसिया अशरफिया आरंग के होनहार तालिबे-इल्म हाफिज मोहम्मद नियाज़ कुरैशी की दस्तारबंदी की जाएगी, जो इल्म और कुरआन की खिदमत की तरफ एक अहम कदम है।
कुल शरीफ की फातिहा 18 अप्रैल, दिन जुमा को नमाज-ए-फज्र के बाद अदा की जाएगी।
यह मुकद्दस प्रोग्राम दरगाह कमेटी मुस्लिम जमात आरंग के ज़ेरे इंतज़ाम होगा। इंतज़ामिया की तरफ से सभी अकीदतमंदों और आम लोगों से अपील की गई है कि ज्यादा से ज्यादा तादाद में शिरकत कर इस रूहानी महफिल को कामयाब बनाएं।
