नई दिल्ली : भारतीय घरों में चाय और बिस्किट का रिश्ता काफी गहरा और पुराना है। सुबह की शुरुआत हो या शाम की थकावट, कई लोग चाय के साथ 4-5 बिस्किट खाना अपनी दिनचर्या का हिस्सा मानते हैं। ये आदत सुनने में जितनी सुकून भरी लगती है, सेहत के लिहाज से उतनी ही खतरनाक साबित हो सकती है।
बिस्किट में छुपे हैं कई नुकसानदेह तत्व
स्वादिष्ट बिस्किट अक्सर चीनी, मैदा और ट्रांस फैट से भरपूर होते हैं। जब हम रोजाना चाय के साथ पूरा पैकेट खत्म कर देते हैं, तो यह शरीर में फालतू कैलोरी बनकर जमा हो जाता है। इसका सीधा असर हमारे पेट, कमर और जांघों पर चर्बी के रूप में दिखाई देता है, जो धीरे-धीरे मोटापे में बदल सकता है।
ब्लड शुगर पर पड़ता है असर
बिस्किट में मौजूद रिफाइंड शुगर शरीर में ब्लड शुगर लेवल को अचानक बढ़ा देती है। विशेषज्ञों के मुताबिक, यह आदत डायबिटीज का खतरा बढ़ा सकती है, खासकर उनके लिए जिनके परिवार में पहले से डायबिटीज की हिस्ट्री है।
डाइजेस्टिव बिस्किट भी नहीं हैं सुरक्षित
कई लोग सोचते हैं कि डाइजेस्टिव बिस्किट एक हेल्दी विकल्प हैं, लेकिन सच्चाई इससे अलग है। इनमें भी छिपी हुई चीनी, रिफाइंड कार्ब्स और प्रिज़र्वेटिव्स पाए जाते हैं जो शरीर को नुकसान पहुंचाते हैं।
क्या है बेहतर विकल्प?
डॉक्टरों और न्यूट्रिशन एक्सपर्ट्स की सलाह है कि अगर चाय के साथ कुछ खाना हो, तो फल, नट्स, भुने चने या घर में बने हेल्दी स्नैक्स का विकल्प चुनें। चाय और बिस्किट को रोज़ की आदत की बजाय कभी-कभार की ट्रीट बनाना ज्यादा बेहतर रहेगा।
