नयी दिल्ली | आज की भागदौड़ भरी ज़िंदगी में Heart Attack जैसी गंभीर समस्याएं सिर्फ बुजुर्गों तक सीमित नहीं रह गई हैं। अब कम उम्र के युवा भी कार्डियक अरेस्ट और Heart Attack का शिकार हो रहे हैं। हाल ही में अभिनेत्री शेफाली ज़रीवाला की आकस्मिक मृत्यु ने एक बार फिर इस स्वास्थ्य संकट की ओर ध्यान खींचा है। विशेषज्ञों के अनुसार, दिल की बीमारियां अचानक नहीं होतीं, बल्कि हमारी जीवनशैली, खानपान और आदतों का ही परिणाम होती हैं।
इस लेख में हम आपको बताएंगे कि कैसे कुछ सरल उपायों को अपनाकर Heart Attack के जोखिम को कम किया जा सकता है और दिल को लंबे समय तक स्वस्थ रखा जा सकता है।
खाने के बाद 10 मिनट की वॉक है जरूरी
खाना खाने के तुरंत बाद भारीपन महसूस करना आम है, लेकिन अगर आप 10 मिनट की हल्की वॉक करते हैं, तो यह आपके पाचन को बेहतर बनाता है, ब्लड शुगर को नियंत्रित करता है और Heart Attack की संभावना को भी घटाता है।
ओमेगा-3 फैटी एसिड से भरपूर आहार लें
सल्मन, सार्डिन, अलसी के बीज और अखरोट जैसे खाद्य पदार्थों में पाया जाने वाला ओमेगा-3 फैटी एसिड दिल की सूजन को कम करता है। यह हृदय को मजबूत बनाता है और धमनियों को साफ रखता है, जिससे Heart Attack का खतरा कम हो जाता है।
7-9 घंटे की गहरी नींद लें
पूरी और गुणवत्तापूर्ण नींद लेना न सिर्फ मानसिक स्वास्थ्य के लिए ज़रूरी है, बल्कि यह दिल को भी सुरक्षित रखती है। लगातार नींद की कमी से ब्लड प्रेशर और कोलेस्ट्रॉल बढ़ सकता है, जो Heart Attack का बड़ा कारण है।
BPA से बचें, कांच या स्टील का करें इस्तेमाल
प्लास्टिक कंटेनर में गर्म खाना रखने से BPA जैसे खतरनाक रसायन निकल सकते हैं, जो हार्मोन संतुलन और मेटाबॉलिज्म पर असर डालते हैं। यह धीरे-धीरे दिल की बीमारियों का कारण बन सकता है। Heart Attack से बचने के लिए कांच या स्टेनलेस स्टील के बर्तनों का ही प्रयोग करें।
नियमित कराएं लिपिड प्रोफाइल जांच
दिल की सेहत पर नज़र रखने के लिए LDL कोलेस्ट्रॉल, ट्राइग्लिसराइड्स, CRP और फास्टिंग इंसुलिन जैसे ब्लड टेस्ट जरूरी हैं। समय-समय पर इनकी जांच करवाकर Heart Attack के खतरे से पहले ही सचेत हुआ जा सकता है।
हृदय स्वास्थ्य के लिए कुछ अतिरिक्त सुझाव
-
नियमित योग और ध्यान करें
-
स्मोकिंग और एल्कोहल से दूरी बनाए रखें
-
हफ्ते में कम से कम 150 मिनट की फिजिकल एक्टिविटी करें
-
प्रोसेस्ड फूड और ट्रांस फैट से बचें
Heart Attack एक गंभीर लेकिन काफी हद तक रोकी जा सकने वाली बीमारी है। अगर हम अपनी जीवनशैली में थोड़ा सा बदलाव करें—सही खानपान, नियमित व्यायाम और हेल्थ चेकअप के ज़रिए—तो हम इस जोखिम को काफी हद तक कम कर सकते हैं। दिल की सेहत पर ध्यान देना केवल आज की ज़रूरत नहीं, बल्कि भविष्य की सुरक्षा है।
