नई दिल्ली । हाई ब्लड प्रेशर यानी उच्च रक्तचाप को यूं ही “साइलेंट किलर” नहीं कहा जाता। यह बीमारी बिना किसी लक्षण के शरीर में चुपचाप घर कर जाती है और जब तक इसका पता चलता है, तब तक यह दिल, किडनी और दिमाग जैसे अहम अंगों को नुकसान पहुंचा चुकी होती है।
स्वास्थ्य विशेषज्ञों के मुताबिक, लंबे समय तक अनियंत्रित ब्लड प्रेशर रहने से आर्टरीज यानी धमनियों की दीवारें सख्त हो जाती हैं, जिससे रक्त प्रवाह बाधित होता है। इसके चलते हार्ट अटैक, स्ट्रोक और किडनी फेल्योर जैसी गंभीर स्थितियां पैदा हो सकती हैं।
सबसे खतरनाक बात — कोई लक्षण नहीं
अक्सर लोग सोचते हैं कि जब तक कोई तकलीफ नहीं हो रही, तब तक सब ठीक है। लेकिन हाई ब्लड प्रेशर चुपचाप शरीर को अंदर से प्रभावित करता है। कई बार जब मरीज को इसका पता चलता है, तब तक हार्ट अटैक या किडनी फेल्योर जैसी स्थिति बन चुकी होती है।
अगर समय रहते न संभले, तो ज़िंदगीभर की तकलीफ
ब्लड प्रेशर को नजरअंदाज करना भविष्य में भारी पड़ सकता है। इलाज में देरी हार्ट अटैक का खतरा कई गुना बढ़ा देती है। एक बार दिल पर असर पड़ा, तो व्यक्ति को जीवनभर छोटे-छोटे कामों के लिए दूसरों पर निर्भर रहना पड़ सकता है।
कैसे रखें ब्लड प्रेशर को कंट्रोल?
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नियमित रूप से बीपी की जांच कराएं, चाहे कोई लक्षण न हो
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कम नमक और कम वसा वाला संतुलित आहार लें
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रोज़ाना कम से कम 30 मिनट टहलें या योग करें
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तनाव से बचें और भरपूर नींद लें
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डॉक्टर की सलाह के अनुसार दवाएं लें और उन्हें छोड़ें नहीं
