रायपुर | मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने शुक्रवार की रात कोंडागांव प्रवास के दौरान विश्राम गृह में विभिन्न सामाजिक संगठनों के प्रतिनिधियों से मुलाकात की। यह मुलाकात सुशासन तिहार के अंतर्गत आयोजित की गई थी, जो 8 अप्रैल से 11 अप्रैल तक पूरे प्रदेश में मनाया गया।
मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर बताया कि इस अभियान के दौरान गांव-गांव जाकर आम जनता की समस्याएं सुनी गईं और अधिकारियों ने ज़्यादातर समस्याओं का त्वरित समाधान भी कर दिया है। उन्होंने बताया कि किसानों को राहत देते हुए सरकार ने पिछले दो साल का बकाया बोनस जारी कर दिया है, जिससे हजारों किसानों को आर्थिक लाभ मिला है।
श्री साय ने आगे कहा कि राज्य सरकार लगातार छत्तीसगढ़ की जनता की सेवा कर रही है और इसका असर अब साफ़ तौर पर गांवों की खुशहाली में दिखाई दे रहा है।
मुख्यमंत्री ने यह भी जानकारी दी कि 24 अप्रैल को पंचायती राज दिवस के अवसर पर पूरे प्रदेश में अटल सेवा केंद्रों की शुरुआत की गई है। आने वाले समय में इन केंद्रों का विस्तार हर गांव तक किया जाएगा, जिससे ग्रामीणों को बैंक या सरकारी दफ्तरों के चक्कर लगाने की ज़रूरत नहीं पड़ेगी। गांव में ही सारी सुविधाएं उपलब्ध होंगी।
कृषि क्षेत्र में सुधार की दिशा में मुख्यमंत्री ने बताया कि ‘विकसित कृषि संकल्प अभियान’ के तहत अब कृषि वैज्ञानिक खुद किसानों से मिलकर आधुनिक खेती के गुर बताएंगे। इसके अलावा पंजीयन प्रक्रिया में लायी गई पारदर्शिता और नियद नेल्लानार योजना के माध्यम से बस्तर के दूरस्थ इलाकों तक विकास की रोशनी पहुँच रही है।
इस अवसर पर केशकाल विधायक श्री नीलकंठ टेकाम, जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती किरण नरेटी, नगर पालिका अध्यक्ष श्री नरपति पटेल, उपाध्यक्ष श्री जसकेतु उसेंडी और पूर्व विधायक श्री सेवक राम नेताम भी उपस्थित थे।
