26 वर्षों से जारी परंपरा के साथ कुरूद दशहरा महोत्सव 2025 का भव्य शुभारंभ

कुरूद दशहरा महोत्सव 2025 का भव्य शुभारंभ

कुरूद दशहरा महोत्सव 2025 का आयोजन परंपरानुसार इस वर्ष भी नगर दशहरा उत्सव समिति द्वारा किया जा रहा है। यह आयोजन लगातार 26 वर्षों से निरंतरता के साथ हो रहा है और अब नगर की एक विशेष पहचान बन चुका है। महोत्सव का शुभारंभ 22 सितंबर को खेल मैदान कुरूद में हुआ, जहां सम्मानित अतिथियों और बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं की उपस्थिति रही।

मुख्य अतिथि और आयोजन समिति की भूमिका

महोत्सव का शुभारंभ नगर पालिका कुरूद के प्रथम अध्यक्ष ज्योति भानु चन्द्राकर के मुख्य आतिथ्य में हुआ। अध्यक्षता पूर्व नगर पालिका अध्यक्ष निरंजन सिन्हा ने की। विशिष्ट अतिथियों में महोत्सव संरक्षक मंडल से राजकुमारी दीवान, रविकांत चन्द्राकर सहित आयोजन समिति के पदाधिकारीगण मौजूद रहे।
आयोजन समिति के महासचिव भानु चन्द्राकर और कोषाध्यक्ष बसंत सिन्हा ने कार्यक्रम को सफल बनाने में सक्रिय भूमिका निभाई।

भव्यता और शुभकामनाएँ

मुख्य अतिथि ज्योति भानु चन्द्राकर ने कहा कि कुरूद दशहरा महोत्सव 2025 की भव्यता और लोकप्रियता पूरे क्षेत्र की पहचान बन चुकी है। उन्होंने आयोजन समिति और श्रद्धालुओं को बधाई दी। वहीं, पूर्व अध्यक्ष निरंजन सिन्हा ने आयोजन की निरंतरता को “नगर की विशिष्ट पहचान” बताया।
राजकुमारी दीवान ने आयोजन समिति को धन्यवाद दिया और दर्शकों को इस उत्सव के लिए शुभकामनाएँ दीं।

कलाकारों और प्रस्तुतियों की छटा

आतिथ्य सम्मान के बाद छत्तीसगढ़ के चर्चित कलाकार चन्द्रभूषण वर्मा के निर्देशन में महतारी लोक कला मंच की मनमोहक सांस्कृतिक प्रस्तुति हुई। इस प्रस्तुति ने दर्शकों को भावविभोर कर दिया। मंच संचालन प्रभात बैस ने किया।

समिति सदस्यों और श्रद्धालुओं की सहभागिता

इस आयोजन में नगर के पार्षदगण – महेन्द्र गायकवाड़, रवि मानिकपुरी, सितेश सिन्हा, राजकुमारी ध्रुव, कविता चन्द्राकर, अर्जुन ध्रुव, पूर्व उपाध्यक्ष मोहन अग्रवाल सहित आयोजन समिति के मीडिया प्रभारी मूलचंद सिन्हा, मुकेश कश्यप, जमाल रिज़वी, गणेश साहु, श्रवण साहु और अन्य सदस्य सक्रिय रूप से शामिल रहे।
श्रद्धालुओं की बड़ी संख्या ने उपस्थिति दर्ज कराते हुए कार्यक्रम को सफल और यादगार बनाया।

परंपरा और सांस्कृतिक धरोहर की पहचान

कुरूद दशहरा महोत्सव 2025 न सिर्फ एक धार्मिक आयोजन है, बल्कि यह नगर की संस्कृति, परंपरा और सामाजिक एकता का प्रतीक है। 26 वर्षों से लगातार आयोजित यह महोत्सव नगरवासियों और क्षेत्रवासियों के लिए गर्व की बात है।

कुरूद दशहरा महोत्सव 2025 का शुभारंभ उत्साह, श्रद्धा और सांस्कृतिक समर्पण के साथ हुआ। यह आयोजन न केवल परंपरा को जीवित रखता है, बल्कि नगर की पहचान और गौरव का प्रतीक भी बन चुका है। आने वाले दिनों में यह महोत्सव और भी भव्य रूप में दर्शकों के सामने प्रस्तुत होगा।

 

Bharti Sahu
Author: Bharti Sahu