कुरूद – कुरूद नगर में विश्व हिंदू परिषद दुर्गावाहिनी द्वारा आयोजित सात दिवसीय आवासीय शौर्य प्रशिक्षण वर्ग का समापन बुधवार को भव्य शौर्य पंथ संचलन के साथ हुआ। सरस्वती शिशु मंदिर से शुरू हुआ यह पथ संचलन शहर के प्रमुख मार्गों से गुजरते हुए खेल मेला मैदान तक पहुँचा। देशभक्ति से ओतप्रोत नारों “जय भवानी”, “जय श्रीराम” और “अखंड भारत” के उद्घोष से पूरा शहर गूंज उठा।
कारगिल चौक, सरोजनी चौक, चंडी मंदिर, नया बाजार समेत हर रास्ते में नागरिकों ने इन बहादुर बेटियों का गर्मजोशी से स्वागत किया और जगह-जगह पुष्पवर्षा कर सम्मानित किया। पथ संचलन के दौरान बहनों की अनुशासित चाल और सशस्त्र प्रस्तुति ने सबका ध्यान खींचा।
इस प्रशिक्षण शिविर का आयोजन 22 से 29 मई तक किया गया था, जिसमें बालिकाओं को आत्मरक्षा, शस्त्र संचालन, दंड संचालन, रणनीति, सेवा और अनुशासन की गहन ट्रेनिंग दी गई। शिविर में संत उमेशानंद गिरी, सरस्वती शिशु मंदिर ट्रस्टी देवनाथ सोनी और विश्व हिंदू परिषद के प्रांत संगठन मंत्री ने समाज की बेटियों को अंतरधर्मीय विवाह, मतांतरण और फिल्मों में परोसी जा रही अश्लीलता के खिलाफ जागरूक रहने का संदेश दिया।
जिलाध्यक्ष यशवंत साहू और जिला मंत्री रामचंद देवांगन ने बताया कि इस शिविर का उद्देश्य मातृशक्ति को मानसिक, शारीरिक और आत्मिक रूप से मजबूत बनाना है, ताकि वे राष्ट्र सेवा में अग्रसर हो सकें।
शौर्य संचलन के स्वागत में विधायक प्रतिनिधि भानु चंद्राकर, जनपद सभापति सिन्धु बैस सहित कई समाजसेवी, व्यापारी और नागरिक उपस्थित रहे। उनके द्वारा भी दुर्गावाहिनी की वीरांगनाओं पर पुष्पवर्षा कर आभार प्रकट किया गया।
