कुरुद में महिला कमांडो प्रशिक्षण से नशा मुक्ति और महिला सशक्तिकरण को बल: मोर गांव मोर अभियान बना प्रेरणा स्रोत

महिला कमांडो के प्रशिक्षण से मिली नई दिशा

कुरुद में महिला कमांडो प्रशिक्षण से नशा मुक्ति और महिला सशक्तिकरण को बल मिला है।
यह प्रशिक्षण कुरुद ब्लॉक सरपंच संघ द्वारा चलाए जा रहे “मोर गांव मोर अभियान” को और अधिक प्रभावशाली बनाने के उद्देश्य से समाज कल्याण विभाग एवं जिला प्रशासन के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित किया गया।
कार्यक्रम का मकसद महिलाओं को आत्मरक्षा, कानूनी जागरूकता और नशा मुक्ति जैसे सामाजिक सरोकारों से जोड़ना था।

महिलाओं को मिली आत्मरक्षा और नेतृत्व की सीख

कुरुद के विश्रामगृह परिसर में आयोजित इस कार्यक्रम में सैकड़ों महिला कमांडो ने भाग लिया।
कार्यक्रम में शामिल महिलाओं को संबोधित करते हुए कलेक्टर अबिनाश मिश्रा ने कहा कि समाज से नशे जैसी बुराई को समाप्त करने की शुरुआत घर से ही करनी होगी।
उन्होंने यह भी कहा कि महिलाएं समाज में परिवर्तन की सबसे बड़ी शक्ति हैं, और उनके सशक्त होने से ही नशा मुक्त समाज की स्थापना संभव है।
कुरुद में महिला कमांडो प्रशिक्षण से नशा मुक्ति और महिला सशक्तिकरण को बल देने का यही उद्देश्य है।

सामाजिक बुराइयों के खिलाफ जागरूकता का संदेश

कलेक्टर मिश्रा ने कहा कि नशा न केवल परिवार को बल्कि समाज की जड़ों को कमजोर करता है।
उन्होंने युवाओं से अपील की कि वे नशे से दूर रहें और अपने आसपास के लोगों को भी इसके दुष्परिणामों से अवगत कराएं।
उन्होंने बताया कि सड़क दुर्घटनाओं के अधिकांश मामलों में नशा प्रमुख कारण होता है, इसलिए वाहन चलाते समय नशे से दूर रहना और यातायात नियमों का पालन करना अत्यंत आवश्यक है।

पुलिस और समाज का सहयोग जरूरी

अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक मणिशंकर चंद्र ने कहा कि पुलिस प्रशासन जनता की सहायता के लिए सदैव तत्पर है।
यदि किसी को नशा या अवैध गतिविधियों की जानकारी हो तो तत्काल पुलिस को सूचित करें।
उन्होंने महिला कमांडो दलों को समाज की आंख और कान बताया और उन्हें अपने गांवों में सक्रिय भूमिका निभाने की सलाह दी।

महिला अधिकार और कानूनी जागरूकता पर प्रशिक्षण

संरक्षण अधिकारी अनामिका शर्मा ने कार्यक्रम में उपस्थित महिलाओं को उनके कानूनी अधिकारों, घरेलू हिंसा अधिनियम, और महिला संरक्षण कानूनों की विस्तृत जानकारी दी।
उन्होंने कहा कि महिला कमांडो न केवल सामाजिक बुराइयों के खिलाफ लड़ाई लड़ेंगी, बल्कि अन्य महिलाओं को भी न्याय पाने के लिए जागरूक करेंगी।

सामाजिक कार्यकर्ताओं और जनप्रतिनिधियों का मार्गदर्शन

पद्मश्री सामाजिक कार्यकर्ता शमशाद बेगम ने कहा कि महिलाओं को संगठित होकर सामाजिक बुराइयों के खिलाफ संघर्ष करना होगा।
सरपंच संघ अध्यक्ष हरिशंकर साहू और संरक्षक टिकेश साहू ने पंचायत स्तर पर गठित कमांडो दलों की भूमिका पर विस्तार से चर्चा की।
उन्होंने बताया कि प्रत्येक ग्राम पंचायत में महिला कमांडो दल गठित किए गए हैं, जो अपने क्षेत्र में नशा मुक्ति, स्वच्छता, शिक्षा और महिला सुरक्षा पर काम करेंगे।

नशा मुक्त समाज की दिशा में प्रेरक पहल

कार्यक्रम के अंत में कलेक्टर अबिनाश मिश्रा ने सभी महिला कमांडो को नशा मुक्ति की शपथ दिलाई।
उन्होंने कहा कि कुरुद में महिला कमांडो प्रशिक्षण से नशा मुक्ति और महिला सशक्तिकरण को बल मिला है, जो आने वाले समय में अन्य जिलों के लिए भी प्रेरणास्रोत बनेगा।
इस अवसर पर एसडीएम नभसिंह कोसले, सीईओ अमित सेन, सरपंच योगेश साहू, पन्नालाल चंद्राकर, ओमप्रकाश यादव, पुष्पलता साहू, और अन्य जनप्रतिनिधि उपस्थित रहे।

कुरुद में महिला कमांडो प्रशिक्षण से नशा मुक्ति और महिला सशक्तिकरण को बल

कुरुद का यह आयोजन इस बात का प्रमाण है कि कुरुद में महिला कमांडो प्रशिक्षण से नशा मुक्ति और महिला सशक्तिकरण को बल मिला है।
महिलाओं को समाज परिवर्तन की दिशा में अग्रणी बनाना ही इस पहल का लक्ष्य है।
यदि देशभर में ऐसे अभियान चलाए जाएं, तो निश्चित ही भारत नशा मुक्त और सशक्त राष्ट्र बनने की दिशा में आगे बढ़ेगा।

 

Bharti Sahu
Author: Bharti Sahu