कुरूद विधायक अजय चंद्राकर ने किया त्रिदिवसीय संगीतमय मानसगान का शुभारंभ, बोले – रामचरितमानस हमारे संस्कारों का संरक्षक

कुरूद। क्षेत्र के ग्राम मौरी खुर्द, पारसवानी और मेंडरका में त्रिदिवसीय संगीतमय श्रीरामचरितमानस पाठ का भव्य आयोजन किया गया। इस शुभ आयोजन की शुरुआत क्षेत्रीय विधायक अजय चंद्राकर ने की। कार्यक्रम में उपस्थित जनसमूह को संबोधित करते हुए विधायक चंद्राकर ने कहा कि हमारे जीवन के संस्कार और संस्कृति को अगर किसी ने बचाकर रखा है, तो वह तुलसीदास जी की रामचरितमानस है।

उन्होंने कहा कि जीवन में किसी भी समस्या का समाधान चाहिए तो रामायण के किसी भी कांड को पढ़ लेना चाहिए। तुलसीदास जी ने न केवल देवताओं की वंदना की, बल्कि उन्होंने दुष्टों को भी वंदित किया। श्रीराम के जीवन का उदाहरण देते हुए उन्होंने बताया कि उनके लिए सुख-दुख एक समान थे – जब राजतिलक होना था, तब भी वे सामान्य थे, और जब वनवास मिला, तब भी। यही भावना हमें भी अपने जीवन में अपनानी चाहिए।

चंद्राकर ने कहा कि “नर सेवा ही नारायण सेवा” का भाव हमें अपने जीवन में रखना चाहिए। उन्होंने इस आध्यात्मिक आयोजन के लिए समिति और सभी ग्रामीणों को शुभकामनाएं दीं।

इस अवसर पर जिला पंचायत उपाध्यक्ष गौकरण साहू, मंडल अध्यक्ष कृष्णकांत साहू, जनपद सदस्य टेकराम साहू, कृपाराम, देवराज, बंशीलाल, वैभव चंद्राकर सहित कई गणमान्य लोग उपस्थित रहे। आयोजन समिति के अध्यक्ष सुरेंद्र साहू और उनकी टीम – लोकेश यादव, डागेश्वर, अशोक, विजय, देवेंद्र गोविंद, मनोज, कमलेश, चूरामन आदि का सहयोग विशेष रूप से उल्लेखनीय रहा।

कार्यक्रम का सुंदर संचालन थानेश्वर साहू ने किया। ग्रामीणजनों की बड़ी संख्या में भागीदारी ने आयोजन को सफल और भावपूर्ण बना दिया।

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Author: Arpa News 36