“भारतमाला सड़क बनी किसानों की मुसीबत! मिट्टी-किचड़ और जलभराव से खेती-बाड़ी चौपट, मवेशियों के लिए भी संकट”

कुरूद । भारतमाला परियोजना के तहत बन रही विशाखापट्टनम सड़क अब क्षेत्र के किसानों और आम नागरिकों के लिए विकास नहीं, बल्कि मुसीबत बनती जा रही है। परसवानी ग्राम पंचायत के किसान और ग्रामीण इन दिनों बारिश और लापरवाह निर्माण कार्य के कारण दोहरी परेशानी झेल रहे हैं।

सालिमार कंपनी द्वारा किए जा रहे सड़क निर्माण में ठेकेदारों की लापरवाही से न सिर्फ खेत-खलिहान और रास्ते जलमग्न हो रहे हैं, बल्कि मवेशियों के लिए चारागाह की भी गंभीर समस्या खड़ी हो गई है। पंचायत प्रतिनिधियों – सरपंच पन्नालाल चन्द्राकर और पंचगण ने एसडीएम नभसिंह कोसले को ज्ञापन सौंपकर बताया कि कंपनी ने बिना अनुमति के पंचायत की गौठान भूमि पर हजारों ट्रिप मिट्टी-मुरुम और मलमा का डंप कर दिया है।

इससे गांव के मुख्य चारागाह खत्म हो गए हैं और सड़क किनारे डंप की गई मिट्टी के कारण गोबरा खार और भर्ती खार के सौ से अधिक एकड़ खेतों तक पहुंचना किसानों के लिए मुश्किल हो गया है। किसानों आनंद तिवारी, दिलीप यादव, पुन्नराम तारक आदि ने बताया कि नई सड़क ने बरसाती पानी के बहाव को भी बाधित कर दिया है, जिससे खेतों में जलभराव हो रहा है।

खरीफ फसल की तैयारी के इस समय में गांव के किसान गोबरा और सिवनीकला सोसाइटी तक खाद-बीज लेने जा नहीं पा रहे हैं क्योंकि रास्तों पर सिर्फ कीचड़ और फिसलन है। पंचायत प्रतिनिधियों ने मांग की है कि डंप की गई मिट्टी को पंचायत को सौंपा जाए ताकि इससे गांव के गड्ढों को भरकर उसे उपयोगी बनाया जा सके।

एसडीएम नभसिंह कोसले ने ग्रामीणों की समस्याएं सुनकर जल्द समाधान का भरोसा दिलाया है। गौरतलब है कि इससे पहले ग्राम भरदा और भोथली के किसानों ने भी इसी परियोजना से फसल को हुए नुकसान की शिकायत की थी।

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Author: Bharti Sahu