कुरूद में पॉलिटेक्निक कॉलेज भवन निर्माण को मिली 16.97 करोड़ की मंजूरी

कुरूद में पॉलिटेक्निक कॉलेज भवन निर्माण को मंजूरी

कुरूद को एजुकेशनल हब बनाने की दिशा में बड़ा कदम उठाया गया है। कुरूद में पॉलिटेक्निक कॉलेज भवन निर्माण के लिए सरकार ने 16.97 करोड़ रुपये की स्वीकृति प्रदान की है। यह ऐतिहासिक उपलब्धि विधायक अजय चंद्राकर के अथक प्रयासों का परिणाम है, जिनकी दूरदर्शी सोच ने क्षेत्र के युवाओं को बेहतर शिक्षा और रोजगार के अवसर देने का सपना साकार किया है।

स्वीकृति की पूरी जानकारी

विधायक कार्यालय से प्राप्त जानकारी के अनुसार, कुरूद में पॉलिटेक्निक कॉलेज भवन निर्माण हेतु कौशल विकास, तकनीकी शिक्षा एवं रोजगार विभाग ने प्रशासनिक मंजूरी दी है।

इसमें शामिल हैं:

  • संस्था भवन निर्माण – ₹911.44 लाख

  • 50 सीटर बालक छात्रावास – ₹192.74 लाख

  • 50 सीटर कन्या छात्रावास – ₹192.74 लाख

  • आवास गृह (E टाइप – 3 नग) – ₹174.27 लाख

  • F टाइप (4 नग) – ₹158 लाख

  • G टाइप (4 नग) – ₹60.28 लाख

  • H टाइप (6 नग) – ₹85.18 लाख

  • अस्थायी संचालन हेतु कन्या छात्रावास का रेनोवेशन – ₹45.67 लाख

शिक्षा और रोजगार में नया आयाम

इस परियोजना से ग्रामीण और शहरी दोनों ही क्षेत्रों के विद्यार्थियों को गुणवत्तापूर्ण तकनीकी शिक्षा प्राप्त होगी। कुरूद में पॉलिटेक्निक कॉलेज भवन निर्माण से न केवल शिक्षा स्तर ऊँचा होगा, बल्कि स्थानीय युवाओं को रोजगार और कौशल विकास के नए अवसर भी मिलेंगे।स्थानीय विकास और सामाजिक प्रगति

यह योजना स्थानीय अर्थव्यवस्था और सामाजिक प्रगति को भी नई दिशा देगी। पॉलिटेक्निक कॉलेज से निकलने वाले प्रशिक्षित युवा उद्योग, तकनीकी सेवाओं और स्टार्टअप्स में योगदान देंगे, जिससे क्षेत्र का विकास और तेज होगा।

विधायक अजय चंद्राकर की भूमिका

विधायक अजय चंद्राकर ने पहले ही यह संकल्प लिया था कि कुरूद को एजुकेशनल हब बनाया जाएगा। पॉलिटेक्निक कॉलेज भवन की स्वीकृति इस लक्ष्य की ओर एक बड़ा कदम है। क्षेत्रवासियों ने इस पहल के लिए उन्हें “विकास पुरुष” कहकर सम्मानित किया और आभार व्यक्त किया।

कुरूद में पॉलिटेक्निक कॉलेज भवन निर्माण की मंजूरी न केवल शिक्षा का स्तर बढ़ाने में मदद करेगी, बल्कि यह युवाओं को रोजगार और कौशल विकास के नए अवसर भी प्रदान करेगी। अजय चंद्राकर के प्रयासों से यह परियोजना क्षेत्र को एक सशक्त शैक्षणिक पहचान देने की दिशा में मील का पत्थर साबित होगी।

 

Bharti Sahu
Author: Bharti Sahu