कुरूद । ग्राम पंचायत जी-जामगांव में गुरुवार को आयोजित समाधान शिविर में जन समस्याओं की सुनवाई और समाधान का अनूठा उदाहरण देखने को मिला। सुशासन तिहार के तहत आयोजित इस शिविर में क्षेत्र के ग्रामीणों ने बड़ी संख्या में भाग लिया और 5,495 आवेदन जमा किए। इनमें से 5,417 आवेदन मांग से संबंधित और 78 शिकायतों से जुड़े रहे।
शिविर में शामिल ग्रामों — अंवरी मूरा, गणेशपुर, मड़ेली, सरबदा, कचना, नवागांव, भैंसाबोड, जरवायडीह और जामगांव — के लोगों ने अपनी कई समस्याएं अधिकारियों के समक्ष रखीं, जिनमें से अधिकांश का मौके पर ही निपटारा कर दिया गया।
घर बैठे समाधान का मौका
जिला पंचायत उपाध्यक्ष गौकरण साहू ने बताया कि शासन की योजनाओं को हर गांव-हर घर तक पहुंचाने का लक्ष्य लेकर यह शिविर आयोजित किया गया। उन्होंने कहा कि समाधान शिविरों के माध्यम से लोगों को सरकारी योजनाओं का लाभ सीधे उनके गांव में मिल रहा है।
जनपद अध्यक्ष गीतेश्वरी साहू ने कहा कि भाजपा की “ट्रिपल इंजन सरकार” के चलते अब गांवों में तेजी से विकास संभव हुआ है। उन्होंने कहा कि आज जब पंचायत से संसद तक एक विचारधारा की सरकार है, तो क्षेत्रीय विकास को गति मिलनी ही चाहिए।
महिलाओं और बच्चों के लिए विशेष योजनाएं
महिला एवं बाल विकास विभाग की सभापति सिंधु बैसबैस ने बताया कि शिविर में गर्भवती महिलाओं की गोद भराई और बच्चों को सुपोषण किट वितरित किए गए। उन्होंने कहा कि कुपोषण को हराने की मुहिम अब गांवों तक पहुंच चुकी है।
जानिए किसे क्या मिला
जनपद सीईओ अमित सेन ने बताया कि शिविर में विभिन्न योजनाओं के तहत हितग्राहियों को लाभ दिया गया, जिनमें शामिल हैं:
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47 को पेंशन स्वीकृति आदेश
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11 को प्रधानमंत्री आवास की चाबी
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7 को नया राशन कार्ड
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3 की गोद भराई, 3 को अन्नप्राशन
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4 को सुपोषण किट, 7 को किसान किताब
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6 को बैगन के पौधे, 5 छात्रों को गणवेश
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5 को वय वंदन कार्ड
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124 को नि:शुल्क स्वास्थ्य जांच व दवा वितरण
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6 को लर्निंग लाइसेंस
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6 चरवाहों को मानदेय राशि वितरण
ग्रामीण बोले – ऐसा शिविर हर साल हो!
शिविर में आए ग्रामीणों ने कहा कि अगर ऐसी योजनाओं को निरंतरता मिले, तो गांवों की तस्वीर बदल सकती है। अधिकारी और जनप्रतिनिधियों की उपस्थिति से ग्रामीणों को भरोसा मिला कि अब उनकी आवाज सुनी जाएगी।
