कुरूद। उप पंजीयक कार्यालय, कुरूद ने इस वित्तीय वर्ष में रिकॉर्ड तोड़ राजस्व संग्रह कर एक नया इतिहास रच दिया है। कुल 16 करोड़ 30 लाख रुपये की राजस्व वसूली हुई, जो पिछले साल की तुलना में तीन गुना से भी अधिक है। यह आंकड़ा न केवल चौंकाने वाला है बल्कि यह भी दर्शाता है कि कुरूद का रियल एस्टेट बाजार रॉकेट की गति से उड़ान भरने को तैयार है।
इस अप्रत्याशित सफलता का श्रेय किसानों को उनकी मजबूत आर्थिक स्थिति और शासन की अनुकूल नीतियों को दिया जा रहा है। उप पंजीयक काफिल अहमद खान ने कहा कि धान की बढ़ी हुई कीमतों ने किसानों की आर्थिक स्थिति में सुधार किया, जिससे कृषि भूमि के लेन-देन में तेजी आई। साथ ही, सरकार द्वारा भूमि संबंधी नियमों में किए गए बदलाव और दानपत्र निष्पादन जैसी योजनाओं ने भी संपत्ति पंजीकरण को प्रोत्साहित किया।
इस वित्तीय वर्ष में कुल 4,376 दस्तावेजों का पंजीकरण हुआ, जिससे 16.30 करोड़ रुपये का राजस्व प्राप्त हुआ। जबकि पिछले वित्तीय वर्ष में यह आंकड़ा केवल 3.35 करोड़ रुपये था। हालांकि, पंजीकरण लक्ष्य का 78% ही पूरा हो सका, लेकिन राजस्व में यह अभूतपूर्व वृद्धि कुरूद के संपत्ति पंजीकरण विभाग के लिए एक नया मील का पत्थर साबित हुई है।
कुरूद के रियल एस्टेट बाजार में यह उछाल स्थानीय अर्थव्यवस्था के लिए बेहद सकारात्मक संकेत है। उप पंजीयक कार्यालय के नए भवन की बेहतर सुविधाओं ने भी इस वृद्धि में अहम भूमिका निभाई। अब शहर में नए निर्माण कार्यों और संपत्ति विकास परियोजनाओं में तेजी आने की उम्मीद है, जिससे आने वाले वर्षों में पंजीकरण राजस्व में और वृद्धि हो सकती है। कुल मिलाकर, यह ऐतिहासिक राजस्व संग्रह कुरूद की आर्थिक तरक्की की नई गाथा लिख रहा है, जिससे स्थानीय विकास को नई मजबूती मिलेगी।
