कुरूद | दुर्ग जिले के उरला क्षेत्र में 6 साल की मासूम बच्ची के साथ हुए दुष्कर्म और हत्या के खिलाफ आज कुरूद में छात्र, युवा और महिला संगठनों ने एकजुट होकर आवाज बुलंद की। एआईडीएसओ (AIDSO), एआईडीवाईओ (AIDYO) और एआईएमएसएस (AIMSS) के बैनर तले तहसील कार्यालय कुरूद के सामने प्रदर्शन किया गया और तहसीलदार दुर्गा साहू को ज्ञापन सौंपा गया।
प्रदर्शनकारियों ने इस दिल दहला देने वाली घटना पर गहरी नाराज़गी जताई और दोषी को जल्द से जल्द कड़ी से कड़ी सजा देने की मांग की। उन्होंने सरकार से मांग की कि –
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उरला कांड के आरोपी को फास्ट ट्रैक कोर्ट में सुनवाई कर उदाहरण स्वरूप सख्त सजा दी जाए।
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पूरे छत्तीसगढ़ में पूर्ण शराबबंदी लागू की जाए और नशीले पदार्थों के उत्पादन एवं बिक्री पर पूरी तरह रोक लगे।
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राज्य के सभी जिलों में फास्ट ट्रैक कोर्ट की व्यवस्था की जाए।
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टीवी व इंटरनेट पर परोसी जा रही अश्लील सामग्री पर तुरंत रोक लगाई जाए।
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महिलाओं और बच्चियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए पुख्ता कदम उठाए जाएं।
ज्ञापन में यह भी उल्लेख किया गया कि जब देश नवरात्रि जैसे पावन पर्व में कन्या पूजन कर रहा था, उसी दौरान उरला में एक मासूम बच्ची के साथ दुष्कर्म और हत्या की वीभत्स घटना घटी। बच्ची को कन्या भोज के बहाने उठाकर आरोपी अपने घर ले गया और उसके साथ दरिंदगी की सारी हदें पार करते हुए हत्या कर दी। बच्ची के शरीर को सिगरेट से जलाया गया और बाद में शव को कार में फेंक दिया गया।
प्रदर्शनकारियों ने राज्य सरकार पर भी सवाल उठाए कि जहां स्कूल खोलने की ज़रूरत है, वहां शराब दुकानों की संख्या बढ़ाई जा रही है। उन्होंने कहा कि हाल ही में सरकार ने 67 नई शराब दुकानों के खोलने की घोषणा की है, जो कि चिंताजनक है।
इस प्रदर्शन में प्रमुख रूप से AIDSO जिला अध्यक्ष डारेंद्र, AIDYO जिला प्रभारी जितेंद्र साहू, चंद्रभान चक्रधारी, सागर साहू, भूपेश कुमार, सोमिन साहू, भाविका साहू, अनिल, तेजपाल, चिंटू देवांगन, युगलकिशोर, डेमन साहू, नीलकमल समेत 27 छात्र-युवा शामिल हुए।
प्रदर्शनकारियों ने समाज के सभी वर्गों से अपील की है कि इस तरह के अपराधों के खिलाफ एकजुट होकर आवाज उठाएं और एक सुरक्षित समाज की दिशा में कदम बढ़ाएं।
