माँ मडवारानी नवरात्र का अनूठा महत्व
कोरबा : भारत में नवरात्रि पर्व का विशेष धार्मिक स्थान है, लेकिन माँ मडवारानी नवरात्र अन्य मंदिरों से अलग है। यह देश का पहला देवी मंदिर है जहाँ नवरात्रि का शुभारंभ पंचमी से होता है, न कि प्रथम दिन से। यह परंपरा स्थानीय संस्कृति और धार्मिक विश्वासों के अनुसार निभाई जाती है। इस मंदिर में नवरात्रि का आयोजन भक्ति और श्रद्धा का अद्वितीय संगम प्रस्तुत करता है।
माँ मडवारानी नवरात्र का महत्व केवल धार्मिक ही नहीं बल्कि सांस्कृतिक दृष्टि से भी विशेष है। यह पर्व देवी माता के प्रति अटूट श्रद्धा और विश्वास का प्रतीक है। यहाँ हर वर्ष हजारों श्रद्धालु पंचमी से ही मां के दर्शन और पूजा के लिए जुटते हैं।
नवरात्र में पंचमी से आरंभ होने की परंपरा
माँ मडवारानी नवरात्र की सबसे बड़ी विशेषता इसका पंचमी से आरंभ होना है। इस दिन विशेष पूजन, भजन, कीर्तन और धार्मिक आयोजन होते हैं। भक्तजन विशेष रूप से मां मडवारानी की आराधना करने के लिए दूर-दूर से आते हैं। इस दिन से नौ दिनों तक भक्ति भाव से नवरात्र मनाया जाता है।
यह परंपरा इस मंदिर को अन्य नवरात्रि आयोजनों से अलग बनाती है। पंचमी से प्रारंभ होने वाला यह उत्सव भक्तों के दिलों में एक गहरी आस्था और उमंग भर देता है।
माँ मडवारानी मंदिर का इतिहास और धार्मिक महत्व
माँ मडवारानी मंदिर की स्थापना और इसका इतिहास गहरे धार्मिक विश्वासों से जुड़ा है। यह मंदिर धार्मिक स्थल के रूप में जाना जाता है जहाँ देवी माता की विशेष पूजा होती है। यहाँ श्रद्धालु विशेष रूप से नवरात्रि में मां के दर्शन के लिए आते हैं।
माँ मडवारानी नवरात्र के आयोजन में पूजा विधि, भजन, आरती और प्रसाद वितरण जैसी परंपराएँ निभाई जाती हैं। यह धार्मिक आयोजन न केवल आध्यात्मिक अनुभव देता है बल्कि सांस्कृतिक धरोहर को जीवित रखने में भी मदद करता है।
माँ मडवारानी नवरात्र में श्रद्धालुओं का उत्साह
माँ मडवारानी नवरात्र में भक्तों का उत्साह अद्वितीय होता है। पंचमी से शुरू होने वाला यह पर्व भक्तों में भक्ति और उत्साह का संचार करता है। मंदिर परिसर में भजन और कीर्तन की गूंज पूरे वातावरण को धार्मिक आभा से भर देती है।
यह नवरात्र अन्य स्थानों के नवरात्र से अलग होता है क्योंकि यहाँ पंचमी से आरंभ होने वाली परंपरा को विशेष महत्व दिया जाता है। भक्तजन मानते हैं कि इस परंपरा का पालन करने से मां मडवारानी की विशेष कृपा प्राप्त होती है।
माँ मडवारानी नवरात्र न केवल एक धार्मिक आयोजन है बल्कि यह संस्कृति और आस्था का प्रतीक भी है। देश का पहला देवी मंदिर जहाँ नवरात्र पंचमी से आरंभ होता है, वहां की परंपरा और भक्ति भाव अद्वितीय हैं। इस विशेष आयोजन में भक्तों की भागीदारी और उत्साह इसे और भी खास बनाता है। माँ मडवारानी नवरात्र हमारे समाज में धार्मिक आस्था को जीवित रखने वाला एक प्रेरणादायक उदाहरण है।







