कुरुद । मधुबन धाम में आयोजित सात दिवसीय संगीतमय शिव महापुराण कथा ने भक्तिमय वातावरण को और भी पवित्र बना दिया। पंडित कृष्णा मिश्रा सिलाटी ने कथा वाचन किया, जबकि परायणकर्ता पंडित सूरज मिश्रा रायपुर से पधारे थे। इस आयोजन में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ी, जिनका आयोजकों ने सत्कार किया।
भक्ति और दर्शन का अद्वितीय संगम
मगरलोड ब्लॉक के मधुबन धाम में 1 से 7 अगस्त तक चले इस धार्मिक आयोजन में श्रद्धालुओं को कथा के साथ-साथ पंचमुखी हनुमान, द्वादश ज्योतिर्लिंग और भगवान जगन्नाथ के अलौकिक दर्शन का सौभाग्य प्राप्त हुआ।
सावन में शिव आराधना का महत्व
मगरलोड जनपद अध्यक्ष बीरेंद्र साहू ने कथा के महत्व पर प्रकाश डालते हुए कहा कि सावन का महीना भगवान शिव की आराधना के लिए सबसे पवित्र समय होता है। ऐसे आयोजन न केवल धार्मिक आस्था को मजबूत करते हैं, बल्कि पूरे क्षेत्र को सकारात्मक ऊर्जा से भर देते हैं।
सामाजिक सहभागिता और सम्मान
इस अवसर पर जिला पंचायत सदस्य मीना डेमूराम साहू, शारदा देवी, बसंत साहू, राम गुलाल साहू, संतोष साहू सहित कई जनप्रतिनिधि और सामाजिक कार्यकर्ता मौजूद रहे। राकाडीह, खैरखिटी, कुंडेल, बेलौदी, मोतिमपुर और हरदी जैसे गांवों से भी बड़ी संख्या में श्रद्धालु पहुंचे।
भक्तों की प्रशंसा और आयोजकों के प्रति आभार
कथा समापन के बाद सभी भक्तों ने इस आयोजन को भक्ति, संगीत और ज्ञान का अद्भुत संगम बताया। श्रद्धालुओं ने आयोजकों का आभार व्यक्त किया कि उन्होंने पूरे क्षेत्र को सात दिनों तक भक्ति-रस से सराबोर करने का अवसर दिया।
मधुबन धाम की सात दिवसीय संगीतमय शिव महापुराण कथा न केवल धार्मिक दृष्टि से महत्वपूर्ण रही, बल्कि इसने भक्तों को अद्वितीय दर्शन और भक्ति का अनुभव कराया। ऐसे आयोजनों से समाज में आध्यात्मिक चेतना और एकता की भावना को बढ़ावा मिलता है।
