नई दिल्ली – देश में तेजी से बढ़ता मोटापा अब सिर्फ एक शारीरिक बदलाव नहीं, बल्कि गंभीर बीमारियों का बड़ा कारण बनता जा रहा है। इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (IMA) द्वारा आयोजित 42वें रिफ्रेशर कोर्स में विशेषज्ञ डॉक्टरों ने चेतावनी दी कि मोटापा अब वैश्विक स्वास्थ्य चुनौती का रूप ले चुका है।
डॉक्टरों के मुताबिक, हाल के वर्षों में हार्ट अटैक, फैटी लिवर, और मधुमेह जैसे रोगों में देखी गई लगभग 60% मौतों का संबंध मोटापे से है। मोटापा न केवल शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को कमजोर करता है, बल्कि सामान्य बीमारियों को भी गंभीर बना देता है।
हर उम्र के लोग हो रहे प्रभावित
IMA के इस सेशन में बताया गया कि अब बच्चे, युवा, बुज़ुर्ग और महिलाएं — सभी मोटापे की चपेट में हैं। इसके कारण लोगों में मानसिक तनाव, निद्रा की समस्या, और जीवनशैली संबंधी विकार भी तेजी से बढ़ रहे हैं।
अगर समय रहते मोटापे पर नियंत्रण नहीं किया गया, तो यह आने वाले वर्षों में भारत के लिए स्वास्थ्य आपातकाल का कारण बन सकता है।
रोज़मर्रा की आदतों से पाएं राहत
डॉक्टरों ने सलाह दी कि मोटापे से बचाव के लिए किसी भारी-भरकम इलाज की जरूरत नहीं है, बल्कि कुछ आसान और नियमित आदतें असरदार हो सकती हैं:
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रोजाना हल्का-फुल्का व्यायाम या योग करें
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संतुलित, पौष्टिक और ताजे खाने को प्राथमिकता दें
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फास्ट फूड और शक्कर वाले पेय से दूरी बनाएं
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पर्याप्त नींद लें और तनाव से बचने की कोशिश करें
मोटापा अब केवल ‘मोटे दिखने’ की बात नहीं, बल्कि गंभीर और जानलेवा बीमारियों की जड़ बन चुका है। समय रहते सचेत रहना और अपने जीवनशैली में छोटे बदलाव लाना ही इससे बचाव का सबसे असरदार तरीका है।
