रायपुर । मुख्यमंत्री विष्णु देव साय की पहल पर दंतेवाड़ा जिले की पूनम पटेल की यूपीएससी तैयारी अब बिना किसी बाधा के आगे बढ़ सकेगी। पूनम, जो नक्सल प्रभावित क्षेत्र चूड़ीटिकरा पारा वार्ड, दंतेवाड़ा की निवासी हैं, पिछले तीन वर्षों से प्रशासनिक सेवा परीक्षा की तैयारी कर रही हैं। हाल ही में आई बाढ़ में उनका घर क्षतिग्रस्त हो गया और उनकी पुस्तकें व टेबलेट पानी में बह गए।
पूनम पटेल की स्थिति
बाढ़ की वजह से पूनम का परिवार राहत शिविर में रह रहा है। उनके पिता संतोष पटेल एक छोटी किराना दुकान चलाकर परिवार का पालन-पोषण करते हैं। उन्होंने बड़ी मेहनत से पैसा जोड़कर पूनम के लिए टेबलेट खरीदा था। लेकिन बाढ़ के पानी ने उनकी सारी मेहनत पर पानी फेर दिया।
मुख्यमंत्री की मानवीय पहल
इस कठिन परिस्थिति में मुख्यमंत्री विष्णु देव साय की पहल ने पूनम को नई उम्मीद दी। मुख्यमंत्री ने स्वयं उनसे मुलाकात कर हालचाल जाना और जिला प्रशासन को आवश्यक सहायता उपलब्ध कराने के निर्देश दिए।
जिला प्रशासन ने पूनम को नया टेबलेट और प्रतियोगी परीक्षा की आवश्यक पुस्तकें उपलब्ध कराईं। इस मदद से उनकी पढ़ाई एक बार फिर पटरी पर लौट आई।
नक्सल प्रभावित क्षेत्र से संघर्ष की कहानी
दंतेवाड़ा जैसे नक्सल प्रभावित इलाके से आकर UPSC की तैयारी करना किसी चुनौती से कम नहीं है। पूनम तीन वर्षों से लगातार पढ़ाई कर रही हैं और कठिन हालातों के बावजूद उन्होंने हिम्मत नहीं हारी। मुख्यमंत्री की इस मदद से उनके सपनों को नई उड़ान मिली है।
भविष्य की तैयारी
अब पूनम आत्मविश्वास से भरी हुई हैं। उनका कहना है कि मुख्यमंत्री विष्णु देव साय की पहल से उन्हें यह भरोसा मिला है कि यदि मन में दृढ़ निश्चय हो तो कोई भी कठिनाई राह में बाधा नहीं बन सकती।
जनमानस पर असर
यह कदम न केवल पूनम पटेल बल्कि पूरे क्षेत्र के विद्यार्थियों के लिए प्रेरणादायक है। यह संदेश देता है कि सरकार शिक्षा को लेकर गंभीर है और जरूरतमंद प्रतिभाओं को कभी पीछे नहीं छोड़ती।
मुख्यमंत्री विष्णु देव साय की पहल ने यह साबित कर दिया कि सही मार्गदर्शन और सहयोग मिलने पर किसी भी परिस्थिति को पार किया जा सकता है। पूनम पटेल की UPSC तैयारी अब और मजबूती से आगे बढ़ेगी और यह कदम प्रदेश के युवाओं के लिए प्रेरणा का स्रोत बनेगा।
