नगरी । बस्तर के अधिकार, जल-जंगल-जमीन और खनिज संसाधनों की रक्षा के लिए शुरू की गई “न्याय यात्रा” ने जनता के बीच जबरदस्त जोश भर दिया है। यह यात्रा किरंदुल से दंतेवाड़ा तक चार दिनों में करीब 40 किलोमीटर की दूरी तय करेगी। इस आंदोलन की अगुवाई छत्तीसगढ़ प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष दीपक बैज कर रहे हैं।
यात्रा के दूसरे दिन, सिहावा विधानसभा क्षेत्र से युवा नेता प्रमोद कुंजाम, जनपद सदस्य, सरपंच मुकेश कुंजाम, निल कुमार कोड़ोपी, अमृत नाग, अध्यक्ष अरविंद यादव और हितेंद्र कुंजाम ने भाग लेकर अपनी एकजुटता दिखाई। इनकी उपस्थिति ने क्षेत्र के युवाओं और ग्रामीणों में नया जोश भरा।
न्याय यात्रा क्यों है जरूरी?
प्रमोद कुंजाम ने बताया कि यह यात्रा केवल एक राजनीतिक यात्रा नहीं, बल्कि बस्तर के हक और अधिकारों की लड़ाई है। इसका समापन 29 मई को दंतेवाड़ा कलेक्टोरेट का घेराव कर किया जाएगा। न्याय यात्रा का उद्देश्य जल, जंगल, जमीन और खनिज संसाधनों की लूट के खिलाफ आवाज उठाना है।
जनसैलाब बन गया ताकत
इस यात्रा को हजारों की संख्या में स्थानीय लोगों का समर्थन मिल रहा है। हर पड़ाव पर ग्रामीणों ने गर्मजोशी से स्वागत किया, जिससे यह आंदोलन और भी मजबूत होता जा रहा है।
