रायपुर ।ओसाका वर्ल्ड एक्सपो में छत्तीसगढ़ की भागीदारी ने राज्य को वैश्विक मंच पर एक नए अवसर के रूप में प्रस्तुत किया है। पूर्व मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने टोक्यो प्रवास की शुरुआत आध्यात्मिकता, तकनीक और व्यापार कूटनीति के संगम के साथ की।
आध्यात्मिकता से शुरुआत: असाकुसा मंदिर दर्शन
टोक्यो पहुंचते ही मुख्यमंत्री श्री साय ने ऐतिहासिक असाकुसा मंदिर के दर्शन किए। यह जापान का सबसे प्राचीन और प्रतिष्ठित मंदिर है, जिसे शांति और सामर्थ्य का प्रतीक माना जाता है।
मुख्यमंत्री ने मंदिर में पूजा-अर्चना कर छत्तीसगढ़ की 3 करोड़ जनता की खुशहाली, समृद्धि और प्रगति की कामना की। उन्होंने कहा कि जैसे यह मंदिर शांति और शक्ति का संदेश देता है, वैसे ही छत्तीसगढ़ भी शांति, सामर्थ्य और सतत विकास की ओर अग्रसर रहेगा।
तकनीक और निवेश पर गहन चर्चा
ओसाका वर्ल्ड एक्सपो में छत्तीसगढ़ की भागीदारी का दूसरा महत्वपूर्ण पहलू तकनीकी निवेश रहा। मुख्यमंत्री श्री साय के नेतृत्व में प्रतिनिधिमंडल ने NTT Ltd. की CEO कायो इतो से मुलाकात की।
NTT एक वैश्विक IT कंपनी है जिसकी सालाना आय 90 अरब अमेरिकी डॉलर है और जो 50 से अधिक देशों में कार्यरत है। इस बैठक में डिजिटल इकोसिस्टम को मजबूत करने, क्लाउड कंप्यूटिंग और साइबर सुरक्षा जैसे विषयों पर चर्चा हुई।
कूटनीति और सांस्कृतिक रिश्तों पर बल
शाम को भारत के जापान में राजदूत सिबी जॉर्ज द्वारा आयोजित रात्रिभोज में मुख्यमंत्री श्री साय और प्रतिनिधिमंडल ने भाग लिया। इस दौरान इंडो-पैसिफिक देशों के बीच औद्योगिक, सांस्कृतिक और व्यापारिक सहयोग को और मजबूत करने पर चर्चा हुई।
उन्होंने कहा कि “जापान की उन्नत तकनीक और भारत की कुशल जनशक्ति का संयोजन व्यापक औद्योगिक सहयोग को जन्म देगा।” इसके अलावा, मुख्यमंत्री ने छत्तीसगढ़ को जापानी पर्यटकों के लिए एक आकर्षक पर्यटन गंतव्य के रूप में प्रस्तुत करने पर भी जोर दिया।
छत्तीसगढ़ के लिए वैश्विक अवसर
ओसाका वर्ल्ड एक्सपो में छत्तीसगढ़ की भागीदारी से राज्य को कई क्षेत्रों में लाभ मिलने की संभावना है:
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डिजिटल नवाचार – आईटी और साइबर सुरक्षा क्षेत्र में निवेश
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औद्योगिक वृद्धि – जापान और छत्तीसगढ़ के बीच नए व्यापारिक साझेदारी
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सांस्कृतिक जुड़ाव – छत्तीसगढ़ को अंतरराष्ट्रीय पर्यटन नक्शे पर स्थापित करना
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आर्थिक स्थिरता – वैश्विक बाजारों से जुड़ाव
ओसाका वर्ल्ड एक्सपो में छत्तीसगढ़ की भागीदारी ने राज्य को वैश्विक स्तर पर नई पहचान दिलाई है। विष्णु देव साय का यह टोक्यो दौरा न केवल तकनीकी निवेश और औद्योगिक सहयोग को लेकर महत्वपूर्ण रहा, बल्कि इसने सांस्कृतिक और कूटनीतिक रिश्तों को भी नई दिशा दी। यह पहल छत्तीसगढ़ को एक डिजिटल हब और अंतरराष्ट्रीय व्यापार केंद्र के रूप में स्थापित करने की दिशा में मजबूत कदम है।







