रायपुर । जम्मू-कश्मीर के प्रसिद्ध पर्यटक स्थल पहलगाम में मंगलवार को एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई, जब रायपुर के व्यापारी दिनेश मिरानिया की आतंकियों ने गोली मारकर हत्या कर दी। यह हमला उस समय हुआ जब दिनेश अपनी शादी की सालगिरह मनाने अपने परिवार के साथ बैसरन घाटी पहुंचे थे। घटना के बाद पूरे इलाके में हड़कंप मच गया और कश्मीर बंद का ऐलान किया गया।
जानकारी के मुताबिक, 45 वर्षीय दिनेश मिरानिया अपनी पत्नी नेहा, बेटे शौर्य और बेटी लक्षिता के साथ कश्मीर घूमने गए थे। इसी दिन उनकी शादी की सालगिरह भी थी। परिवार जश्न मना ही रहा था कि आतंकियों ने अचानक फायरिंग कर दी, जिसमें दिनेश की मौके पर ही मौत हो गई।
छत्तीसगढ़ के 77 पर्यटक कश्मीर में फंसे हुए हैं, जिनमें रायपुर के 61, भिलाई के 12 और राजनांदगांव के 2 लोग शामिल हैं। सभी को फिलहाल श्रीनगर के एक होटल में ठहराया गया है। स्थिति तनावपूर्ण बनी हुई है और सुरक्षा बलों ने पहलगाम को खाली करवा कर बाजार व पर्यटक क्षेत्रों को बंद कर दिया है।
मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय और डिप्टी सीएम व गृहमंत्री विजय शर्मा लगातार पर्यटकों से संपर्क में हैं और उनकी सुरक्षा सुनिश्चित करने के प्रयास कर रहे हैं।
गृहमंत्री अमित शाह ने दिनेश मिरानिया के परिवार से मुलाकात कर गहरी संवेदना व्यक्त की और कहा कि “आतंकियों को किसी भी हालत में बख्शा नहीं जाएगा।” जम्मू-कश्मीर सरकार ने पीड़ित परिवार को 10-10 लाख रुपए मुआवजा, गंभीर घायलों को 2 लाख, और मामूली घायलों को 1 लाख रुपए की सहायता राशि देने की घोषणा की है।
पत्रकार रामअवतार तिवारी, जो कि घटनास्थल के पास थे, ने बताया कि सुरक्षाबलों ने सभी रास्तों को सील कर दिया है और सर्च ऑपरेशन जारी है। उन्होंने कहा, “हम श्रीनगर के होटल में हैं और सभी सुरक्षित हैं। स्थिति सामान्य होने के बाद ही वापसी होगी।”
पहलगाम में हुआ यह आतंकी हमला एक बार फिर से कश्मीर की संवेदनशीलता को उजागर करता है। ऐसे हालात में जहां पर्यटक शांति की तलाश में आते हैं, इस तरह की घटनाएं दिल दहला देती हैं। सरकार और सुरक्षा एजेंसियां सतर्क हैं और सभी पर्यटकों की सुरक्षित वापसी सुनिश्चित करने में लगी हैं।
