प्रधानमंत्री आवास योजना ग्रामीण आवास प्लस 2.0: हितग्राहियों को नहीं होना चाहिए भ्रमित

प्रधानमंत्री आवास योजना ग्रामीण आवास प्लस 2.0: हितग्राहियों को नहीं होना चाहिए भ्रमित

प्रधानमंत्री आवास योजना ग्रामीण आवास प्लस 2.0 के अंतर्गत धमतरी जिले में एक संवेदनशील मामला सामने आया, जिसमें ग्राम डोमा निवासी करण सोनवानी ने योजना में स्वीकृति में देरी को लेकर आत्मदाह का प्रयास किया। जिला प्रशासन ने इसे चेकर सॉफ्टवेयर के कारण हुई गलतफहमी बताया है और सभी हितग्राही परिवारों को भरोसा दिलाया है कि सत्यापन उपरांत सभी पात्र परिवारों को नियमानुसार आवास की स्वीकृति दी जाएगी।

धमतरी जिले में क्या हुआ: आत्मदाह की कोशिश के बाद जागा प्रशासन
करण सोनवानी का मामला: सॉफ़्टवेयर भ्रम से उपजा संकट

करण सोनवानी का नाम प्रधानमंत्री आवास योजना ग्रामीण आवास प्लस 2.0 की सूची में ID 93358481 पर दर्ज है, लेकिन चेकर सॉफ्टवेयर में नाम न दिखने से भ्रम की स्थिति उत्पन्न हुई।

सुरक्षाकर्मी की तत्परता से टली बड़ी घटना

कलेक्टोरेट परिसर में आत्मदाह का प्रयास करते समय सुरक्षाकर्मी ने तुरंत हस्तक्षेप कर घटना को टाल दिया।

प्रधानमंत्री आवास योजना ग्रामीण आवास प्लस 2.0 का सत्यापन प्रक्रिया
जिला प्रशासन की ओर से स्पष्ट निर्देश

धमतरी कलेक्टर श्री अविनाश मिश्रा ने बताया कि सत्यापन की प्रक्रिया पूरी पारदर्शिता से की जा रही है।

31 जुलाई 2025 तक पूरा होगा सत्यापन

प्रशासन ने जानकारी दी है कि 31 जुलाई तक सभी आवेदकों का फिजिकल व दस्तावेज़ सत्यापन कर लिया जाएगा।

जनदर्शन डेस्क: समस्याओं के समाधान की पहल
सोमवार से शुक्रवार शिकायत दर्ज करने का अवसर

जनता अपनी शिकायतें जनदर्शन डेस्क पर कार्यदिवस में सुबह से दोपहर तक दर्ज करा सकती है। इससे सरकारी योजनाओं में पारदर्शिता बढ़ेगी।

84,439 परिवारों का सर्वे, 26,923 का सत्यापन प्रगति पर
जिला पंचायत सीईओ का बयान

मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्रीमती रोमा श्रीवास्तव ने बताया कि जिले में कुल 84,439 परिवारों का सर्वे हुआ है, जिनमें से 26,923 का सत्यापन कार्य जारी है।

सत्यापन उपरांत प्राथमिकता अनुसार स्वीकृति

पात्रता की पुष्टि होने के बाद लाभार्थियों को प्राथमिकता क्रम में आवास की स्वीकृति दी जाएगी।

क्या है चेकर सॉफ्टवेयर और क्यों हो रहा भ्रम?
रेंडम चेकिंग से बनी ग़लतफहमी

चेकर सॉफ्टवेयर केवल रेंडम ID चेक करता है, और इसमें नाम न आने का मतलब पात्रता समाप्त नहीं होती। इस पर भ्रम में आने की आवश्यकता नहीं है।

प्रधानमंत्री आवास योजना ग्रामीण आवास प्लस 2.0 में पारदर्शिता और धैर्य ज़रूरी
प्रधानमंत्री आवास योजना ग्रामीण आवास प्लस 2.0 के तहत पात्र हितग्राहियों को सत्यापन के बाद आवास दिया जाएगा। जनता को प्रशासन पर भरोसा रखते हुए धैर्य और संयम के साथ प्रक्रिया पूरी होने का इंतजार करना चाहिए।
Bharti Sahu
Author: Bharti Sahu