किसानों के लिए ऐतिहासिक पहल
भारत रत्न जयप्रकाश नारायण की जयंती के अवसर पर प्रधानमंत्री मोदी ने किसानों के हित में नई योजना शुरू की, जो किसानों की आर्थिक स्थिति को मजबूत करने की दिशा में एक और बड़ा कदम है।
इस अवसर पर कुरूद के कृषि मंडी प्रांगण में किसान सम्मेलन आयोजित किया गया, जिसमें बड़ी संख्या में किसान और कृषि विभाग के अधिकारी शामिल हुए।
सत्ता पक्ष के जनप्रतिनिधियों और स्थानीय नेताओं ने प्रधानमंत्री का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि यह योजना किसानों की समृद्धि और आत्मनिर्भरता का नया अध्याय साबित होगी।
पिछले 11 वर्षों में किसानों के लिए ऐतिहासिक सुधार
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए विधायक प्रतिनिधि भानु चंद्राकर ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने पिछले 11 वर्षों में किसानों की आय दोगुनी करने के उद्देश्य से अनेक योजनाएं लागू की हैं।
उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना के तहत किसानों को हर वर्ष 6,000 रुपये डीबीटी के माध्यम से सीधे उनके खातों में जमा किए जा रहे हैं।
इसी तरह नई धान-धान्य योजना किसानों को समर्पित की गई है, जिससे कृषि उत्पादन में और अधिक बढ़ोत्तरी होगी।
कृषि क्षेत्र में नई ऊर्जा और प्रगति
डबल इंजन की सरकार के प्रयासों से राज्य में धान, गेहूं, दलहन, तिलहन, फल, फूल और सब्जियों के उत्पादन में अभूतपूर्व वृद्धि दर्ज की गई है।
इसके अलावा मछली पालन और मुर्गी पालन के क्षेत्र में भी उल्लेखनीय प्रगति देखी जा रही है।
प्रधानमंत्री मोदी ने किसानों के हित में नई योजना शुरू की, जिसके तहत सहकारी समितियों के माध्यम से किसानों को ब्याज मुक्त ऋण, खाद और बीज की आसान उपलब्धता सुनिश्चित की जाएगी।
सहकारी समितियों की भूमिका
सोसायटी अध्यक्ष प्रभात बैस, आदर्श चंद्राकर, कामता साहू, पंकज सिन्हा, थानेश्वर साहू, और जीवन साहू ने बताया कि सहकारी समितियाँ किसानों के लिए जीवनरेखा बन चुकी हैं।
उन्होंने बताया कि इस बार भी 15 नवंबर से सरकारी धान खरीदी की तैयारी पूरी की जा रही है।
यह कदम किसानों को आर्थिक सुरक्षा और स्थायित्व प्रदान करेगा।
इस योजना से प्रधानमंत्री मोदी ने किसानों के हित में नई योजना शुरू की का उद्देश्य पूर्ण रूप से साकार होता नजर आ रहा है।
कृषि विभाग और मंडी अधिकारियों की मौजूदगी
इस अवसर पर मंडी सचिव राजकुमार रात्रे, विजय केला, सुनील अग्रवाल, राजू शर्मा, सुनिल चंद्राकर, दीपक अग्रवाल, टेमन बंजारे, नंदकुमार, भोलाराम और बसंत सिन्हा सहित बड़ी संख्या में किसान और कृषि विभाग के अधिकारी उपस्थित रहे।
सभी ने एक स्वर में कहा कि यह पहल किसानों को सशक्त बनाएगी और आत्मनिर्भर भारत की दिशा में अहम भूमिका निभाएगी।
राष्ट्रीय योजनाओं से जुड़ता स्थानीय प्रयास
इस नई पहल को केंद्र सरकार की अन्य योजनाओं जैसे
प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना,
प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना,
और ई-नाम (eNAM) प्लेटफॉर्म से भी जोड़ा जा रहा है, ताकि किसानों को एक ही स्थान पर सभी सेवाएं मिल सकें।
किसानों के लिए आत्मनिर्भरता का संदेश
विधायक प्रतिनिधि भानु चंद्राकर ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने किसानों के हित में नई योजना शुरू की, जो भारत के कृषि परिदृश्य को पूरी तरह बदल सकती है।
किसान अब केवल उत्पादक नहीं रहेंगे, बल्कि उद्यमी और नवाचारकर्ता के रूप में उभरेंगे।
यह योजना देश के कृषि क्षेत्र को आत्मनिर्भर और टिकाऊ बनाने की दिशा में एक मजबूत कदम है।
प्रधानमंत्री मोदी ने किसानों के हित में नई योजना शुरू की
कुरूद में आयोजित किसान सम्मेलन इस बात का प्रतीक है कि प्रधानमंत्री मोदी ने किसानों के हित में नई योजना शुरू की, जो न सिर्फ किसानों की आर्थिक स्थिति को सशक्त बनाएगी बल्कि ग्रामीण विकास और कृषि नवाचार को भी नई दिशा देगी।
यह योजना देश के करोड़ों किसानों के लिए खुशहाली का दीपक साबित होगी और आत्मनिर्भर भारत की परिकल्पना को साकार करेगी।







