रायपुर – केंद्रीय आवासन और शहरी कार्य मंत्रालय की जल ही अमृत 2.0 योजना के तहत रायपुर छत्तीसगढ़ का पहला शहर बन गया है जिसे 4-स्टार श्रेणी प्राप्त हुई है। यह उपलब्धि जल पुनः उपयोग को बढ़ावा देने और पर्यावरण संरक्षण में उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए दी गई है।
मंत्रालय ने जनवरी में राज्य में संचालित 11 एस.टी.पी. (सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट) के लिए प्रोत्साहन राशि की प्रथम किश्त के रूप में ₹11.38 करोड़ जारी किए थे। इसके अलावा, निगम द्वारा निर्मित 4 एस.टी.पी. के लिए स्वीकृत ₹8.75 करोड़ में से भारत सरकार ने ₹6.13 करोड़ जारी किए हैं।
राजधानी में जल पुनर्चक्रण के बड़े प्रयास
रायपुर नगर निगम ने भाठागांव में ₹5.83 करोड़ की लागत से 06 एमएलडी क्षमता का एस.टी.पी. तैयार किया है। इसके अतिरिक्त निमोरा (90 एमएलडी), ग्राम कारा (35 एमएलडी) और चंदनीडीह (75 एमएलडी) में कुल ₹235 करोड़ की लागत से तीन बड़े एस.टी.पी. का निर्माण किया गया है।
भारत सरकार द्वारा थर्ड पार्टी निरीक्षण के आधार पर इन संयंत्रों को निम्नलिखित रेटिंग दी गई है:
- भाठागांव एस.टी.पी. – 3 स्टार
- निमोरा, ग्राम-कारा और चंदनीडीह एस.टी.पी. – 4 स्टार
रायपुर की जल पुनः उपयोग प्रणाली को मिली राष्ट्रीय पहचान
यह उपलब्धि रायपुर को जल पुनः उपयोग और पर्यावरणीय स्थिरता के क्षेत्र में राष्ट्रीय स्तर पर एक नया पहचान दिलाती है। इस योजना के तहत शहर को सतत विकास की दिशा में आगे बढ़ाने के प्रयासों को और भी मजबूती मिलेगी।
