इंदौर – अभिनेता राजकुमार राव का मौलिक अभिनय उनके करियर की सबसे बड़ी विशेषता बनता जा रहा है। राव ने बुधवार को इंदौर में संवाददाताओं से बात करते हुए स्पष्ट किया कि वे किसी भी किरदार को निभाने के दौरान पूरी तरह से मौलिकता पर ध्यान केंद्रित करते हैं और कोशिश करते हैं कि किसी पुरानी फिल्म या कलाकार से प्रेरणा न लें।
राजकुमार राव, जो अपनी नई फिल्म ‘मालिक’ के प्रचार के लिए इंदौर पहुंचे थे, ने कहा कि यह फिल्म एक एक्शन पैक्ड रोल में उन्हें पेश करेगी। यह फिल्म 11 जुलाई को सिनेमाघरों में रिलीज होने जा रही है।
🎬 मौलिकता से भरा अभिनय, पुरानी फिल्मों से नहीं लेते प्रेरणा
राजकुमार राव का कहना है, “जब मैं किसी किरदार की शूटिंग करता हूं, तो मैं सच में कोई पुरानी फिल्म देखना अवॉयड करता हूं। मैं नहीं चाहता कि मेरे अवचेतन मन में किसी और के परफॉर्मेंस की छवि बैठ जाए।”
उन्होंने आगे कहा कि यदि कोई पुराना सीन उनके मन में बैठ गया और उन्होंने उसे दोहराने की कोशिश की, तो अभिनेता राजकुमार राव का मौलिक अभिनय प्रभावित हो सकता है।
🎭 हर साल एक नया प्रयोग करना है लक्ष्य
अपने करियर की विविधता और प्रयोगधर्मिता पर बात करते हुए राव ने कहा कि वे हर साल एक ऐसा रोल करना चाहते हैं जो दर्शकों को चौंका दे। उनका मानना है कि एक अभिनेता को एक ही किरदार में सीमित नहीं होना चाहिए।
“मैं चाहता हूं कि मेरी हर फिल्म दर्शकों को यह सोचने पर मजबूर कर दे कि ‘क्या ये वही राजकुमार राव हैं?’ यही मेरे अभिनय की ताकत होनी चाहिए।”
🔗 राजकुमार राव की विविध भूमिकाएं
राजकुमार राव को उनकी फिल्मों “न्यूटन”, “बरेली की बर्फी”, “शाहिद” और “स्त्री” जैसी फिल्मों के लिए जाना जाता है, जो उनके अभिनय की गहराई और विविधता को दर्शाती हैं। उनका नाम बॉलीवुड के उन कलाकारों में शुमार किया जाता है जो स्क्रिप्ट और किरदार के चयन में बेहद सजग रहते हैं।







