रायपुर । हाल ही में हुए कैबिनेट विस्तार के बाद अब रमन सिंह का दिल्ली दौरा छत्तीसगढ़ की राजनीति में नई चर्चाओं को जन्म दे रहा है। पूर्व मुख्यमंत्री और भाजपा के वरिष्ठ नेता डॉ. रमन सिंह की प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात और दिल्ली यात्रा ने अटकलों का बाज़ार गर्म कर दिया है। राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि यह दौरा केवल शिष्टाचार भर नहीं बल्कि आने वाले दिनों में बड़े राजनीतिक बदलावों की ओर संकेत कर सकता है।
महाराष्ट्र राज्यपाल पद को लेकर अटकलें
दिल्ली दौरे के समय को बेहद अहम माना जा रहा है। हाल ही में महाराष्ट्र के राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन को उपराष्ट्रपति पद का उम्मीदवार बनाया गया है। इसके बाद खाली हुए राज्यपाल पद को लेकर चर्चाएं तेज हैं और माना जा रहा है कि रमन सिंह का दिल्ली दौरा इसी संदर्भ में भी महत्वपूर्ण हो सकता है। राजनीतिक गलियारों में यह कयास लगाए जा रहे हैं कि डॉ. रमन सिंह को इस संवैधानिक पद की जिम्मेदारी सौंपी जा सकती है।
विधानसभा अध्यक्ष और डिप्टी स्पीकर पर चर्चाएँ
छत्तीसगढ़ भाजपा में कैबिनेट विस्तार के बाद संतुलन साधने की कोशिशें भी दिख रही हैं। सूत्रों का कहना है कि वरिष्ठ भाजपा विधायक अमर अग्रवाल को विधानसभा अध्यक्ष बनाया जा सकता है, वहीं मंत्री पद की दौड़ में रहे पुरंदर मिश्रा को डिप्टी स्पीकर पद देकर संतुलन कायम करने की कवायद हो सकती है। इससे पार्टी के भीतर असंतोष को दूर करने की कोशिश मानी जा रही है।
नवनिर्मित विधानसभा भवन का उद्घाटन निमंत्रण
दिल्ली में अपने दौरे के दौरान डॉ. रमन सिंह ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात कर छत्तीसगढ़ के नवनिर्मित विधानसभा भवन के उद्घाटन का निमंत्रण भी दिया। यह अवसर खास इसलिए भी है क्योंकि राज्य अपनी रजत जयंती मना रहा है। राजनीतिक सूत्रों का कहना है कि इस मुलाकात में केवल भवन के उद्घाटन ही नहीं बल्कि अन्य राजनीतिक रणनीतियों पर भी चर्चा हुई।
नई भूमिका की ओर संकेत?
विश्लेषकों का मानना है कि रमन सिंह का दिल्ली दौरा केवल विधानसभा भवन निमंत्रण तक सीमित नहीं था। भाजपा का राष्ट्रीय नेतृत्व आने वाले दिनों में उन्हें बड़ी जिम्मेदारी दे सकता है। यदि राज्यपाल पद या कोई राष्ट्रीय स्तर का पद उन्हें सौंपा जाता है, तो यह छत्तीसगढ़ की राजनीति में बड़ा बदलाव साबित होगा।
संक्षेप में, यह साफ है कि रमन सिंह का दिल्ली दौरा केवल एक औपचारिक यात्रा नहीं बल्कि छत्तीसगढ़ और राष्ट्रीय राजनीति में संभावित बड़े बदलाव का संकेत है। आने वाले दिनों में भाजपा का निर्णय यह तय करेगा कि डॉ. रमन सिंह राज्यपाल की भूमिका निभाएंगे या उन्हें राष्ट्रीय स्तर पर कोई और बड़ी जिम्मेदारी मिलेगी।
