रंजीता कोरेटी जूडो गोल्ड मेडल 2025: ताइपे में भारत को दिलाया स्वर्ण, छत्तीसगढ़ का बढ़ाया मान

🏅 रंजीता कोरेटी जूडो गोल्ड मेडल 2025: ताइपे में भारत को दिलाया स्वर्ण, छत्तीसगढ़ का बढ़ाया मान

रंजीता कोरेटी जूडो गोल्ड मेडल 2025 जीतकर कोण्डागांव की बेटी ने ताइपे (ताईवान) में आयोजित एशियन कैडेट जूडो चैंपियनशिप में भारत और छत्तीसगढ़ का नाम वैश्विक स्तर पर रोशन कर दिया। बाल कल्याण परिषद के बालगृह बालिका कोण्डागांव से जुड़ी रंजीता ने कई देशों की प्रतिभावान खिलाड़ियों को पराजित कर यह गौरव हासिल किया। मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने इस ऐतिहासिक उपलब्धि के लिए रंजीता को हार्दिक बधाई दी और इसे राज्य की बेटियों के लिए प्रेरणा बताया।

🏆 रंजीता की उपलब्धियाँ: सफलता की सीढ़ियाँ

रंजीता की खेल यात्रा वर्ष 2021 में शुरू हुई जब उसने चंडीगढ़ में आयोजित ओपन नेशनल जूडो टूर्नामेंट में शानदार प्रदर्शन किया। उसके बाद:

  • 2022: भोपाल में ब्रॉन्ज मेडल

  • 2024: केरल के खेलो इंडिया नेशनल में सिल्वर

  • 2024: नासिक व त्रिशूर में दो गोल्ड मेडल

  • 2024: पटना के खेलो इंडिया यूथ गेम्स में स्वर्ण

इन उपलब्धियों ने रंजीता को रंजीता कोरेटी जूडो गोल्ड मेडल 2025 तक पहुँचने का मार्ग प्रशस्त किया।

🌍 अंतर्राष्ट्रीय मंच पर भारत का प्रतिनिधित्व

2025 में रंजीता ने:

  • जॉर्जिया कैडेट यूरोपियन कप में 5वाँ स्थान

  • ताशकंद एशियन कैडेट चैंपियनशिप में उत्कृष्ट प्रदर्शन

  • ताइपे एशियन कैडेट जूडो चैंपियनशिप (12–15 जुलाई) में गोल्ड मेडल

यह प्रदर्शन रंजीता कोरेटी जूडो गोल्ड मेडल 2025 की वैश्विक उपलब्धि में परिणत हुआ।

👧 बालगृह से अंतर्राष्ट्रीय चैंपियन बनने तक

रंजीता की यह यात्रा छत्तीसगढ़ के महिला एवं बाल विकास विभाग, जिला बाल संरक्षण इकाई, और बालगृह बालिका कोण्डागांव के सहयोग से संभव हुई।
विशेष रूप से ITBP और SAI (भोपाल) ने जूडो प्रशिक्षण की सुविधा देकर उसकी प्रतिभा को निखारने में मदद की।

🏋️ SAI भोपाल में प्रशिक्षण: खेल और शिक्षा दोनों में उत्कृष्टता

जनवरी 2023 में रंजीता का चयन स्पोर्ट्स अथॉरिटी ऑफ इंडिया (SAI) भोपाल में हुआ, जहाँ वह उच्चस्तरीय प्रशिक्षण के साथ शिक्षा भी प्राप्त कर रही है। यह उसके भविष्य को और अधिक मजबूत बनाने की दिशा में बड़ा कदम है।

📣 मुख्यमंत्री की प्रतिक्रिया: बेटियाँ बदल रहीं हैं भविष्य

मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने कहा, “यदि बेटियों को अवसर मिले तो वे हर ऊँचाई छू सकती हैं। रंजीता कोरेटी जूडो गोल्ड मेडल 2025 ने यह सिद्ध कर दिखाया है।”

रंजीता कोरेटी जूडो गोल्ड मेडल 2025 का संदेश

रंजीता कोरेटी जूडो गोल्ड मेडल 2025 न केवल एक व्यक्तिगत उपलब्धि है, बल्कि यह छत्तीसगढ़ और भारत के लिए एक नई उम्मीद और प्रेरणा है। रंजीता जैसे उदाहरण यह दिखाते हैं कि यदि संसाधन, सहयोग और मार्गदर्शन सही मिले, तो बेटियाँ हर क्षेत्र में दुनिया जीत सकती हैं।

Bharti Sahu
Author: Bharti Sahu