नई दिल्ली। आम लोगों को बड़ी राहत देते हुए भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने लगातार दूसरी बार रेपो रेट में 0.25% की कटौती की है। अब रेपो रेट घटकर 6% हो गया है। इस फैसले से होम लोन और कार लोन की EMI में कमी आएगी, जिससे लोन लेने वालों को थोड़ी राहत जरूर मिलेगी।
आरबीआई गवर्नर संजय मल्होत्रा ने बुधवार को मौद्रिक नीति की घोषणा करते हुए कहा कि महंगाई में कमी आई है और अब हालात लोन सस्ते करने के अनुकूल हैं। उन्होंने कहा कि अगर जरूरत पड़ी तो आगे भी ब्याज दरों में कटौती की जा सकती है।
आरबीआई की मौद्रिक नीति समिति (MPC) की बैठक सोमवार से शुरू हुई थी, जो तीन दिन चली। बैठक में लिए गए फैसलों के तहत, अब पॉलिसी रुख को ‘न्यूट्रल’ से बदलकर ‘अकोमोडेटिव’ यानी सहायक कर दिया गया है, ताकि आर्थिक गतिविधियों को रफ्तार मिल सके।
EMI में कितनी राहत?
अगर आपके ऊपर होम लोन है तो ये खबर आपके लिए राहत भरी है। नीचे कुछ उदाहरण दिए गए हैं कि किस तरह EMI में कमी आई है:
लोन की रकम | अवधि | पुरानी ब्याज दर | नई ब्याज दर | पुरानी EMI | नई EMI |
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₹50 लाख | 20 साल | 8.25% | 8% | ₹42,603 | ₹41,822 |
₹40 लाख | 20 साल | 8.25% | 8% | ₹34,083 | ₹33,458 |
यानी 50 लाख के लोन पर लगभग ₹781 और 40 लाख के लोन पर ₹625 की मासिक बचत होगी। यह खासकर उन लोगों के लिए अच्छा मौका है जो नया होम लोन लेने की सोच रहे हैं या अपने पुराने लोन को रीफाइनेंस करना चाहते हैं।
वैश्विक हालात पर भी नजर
गवर्नर संजय मल्होत्रा ने बताया कि दुनियाभर में आर्थिक अस्थिरता का माहौल है। ज्यादा टैरिफ (शुल्क) से भारत के निर्यात पर असर पड़ सकता है। हालांकि, उन्होंने भरोसा दिलाया कि भारतीय अर्थव्यवस्था मजबूत बनी हुई है। मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर अच्छा प्रदर्शन कर रहा है और बैंकिंग सेक्टर की हालत भी संतोषजनक है।
हालांकि, आरबीआई ने चालू वित्त वर्ष के लिए देश की विकास दर का अनुमान 6.7% से घटाकर 6.5% कर दिया है।
