कुरुद । राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ शताब्दी वर्ष पथ संचलन कुरुद के अवसर पर रविवार को विवेकानंद इंडोर स्टेडियम से शुरू हुआ भव्य कार्यक्रम देशभक्ति और संगठन शक्ति का जीवंत उदाहरण बन गया। विजयादशमी पर्व के अवसर पर आयोजित इस पथ संचलन में विधायक अजय चंद्राकर सहित सैकड़ों स्वयंसेवक पारंपरिक परिधान में लाठी लिए शामिल हुए। नगर पालिका और विभिन्न सामाजिक संगठनों ने जगह-जगह फूल बरसाकर संघ के शताब्दी वर्ष कार्यक्रम का स्वागत किया।
🕉️ संघ की शताब्दी यात्रा – संगठन, समरसता और आत्मगौरव का प्रतीक
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ अपनी स्थापना के 100 वर्ष पूरे होने पर देशभर में विविध कार्यक्रमों का आयोजन कर रहा है। इन्हीं आयोजनों की श्रृंखला में कुरुद में हुए इस पथ संचलन ने नगरवासियों में अनुशासन और एकता का संदेश दिया। शस्त्र पूजन के बाद स्वयंसेवकों ने नगर के प्रमुख मार्गों का भ्रमण किया, जहाँ नागरिकों ने पुष्पवर्षा कर श्रद्धा व्यक्त की।
मुख्य वक्ता प्रांत महाविद्यालयीन कार्य प्रमुख शांतिस्वरूप दुबे ने कहा कि यह यात्रा छह सरसंघचालकों की साधना का परिणाम है — डॉ. हेडगेवार की नींव, गुरुजी गोलवलकर का विस्तार, देवरस की सेवा भावना, रज्जू भैया का विदेश विस्तार, सुदर्शन का स्वदेशी आग्रह और भागवत जी का समरसता संदेश इस संगठन की धुरी हैं।
🧡 विधायक अजय चंद्राकर भी बने अनुशासन और एकता के प्रतीक
इस राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ शताब्दी वर्ष पथ संचलन कुरुद में विधायक अजय चंद्राकर स्वयं पारंपरिक गणवेश में सम्मिलित हुए। जब लोग उन्हें स्वयंसेवकों के साथ कदमताल करते देखे, तो उत्साह का वातावरण बन गया। नगर पालिका अध्यक्ष ज्योति चंद्राकर, विधायक प्रतिनिधि भानु चंद्राकर, पार्षद दल और अन्य गणमान्यजनों ने फूलों से स्वागत किया।
📜 मुख्य अतिथियों के उद्बोधन में झलकी संघ की प्रेरणा
मुख्य अतिथि शिक्षाविद कुलेश्वर सिन्हा ने अपने उद्बोधन में कहा कि “राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ वह संगठन है जिसने विपरीत परिस्थितियों में भी एकता और समरसता की मशाल जलाए रखी।”
उन्होंने कहा कि यह शताब्दी वर्ष सिर्फ इतिहास नहीं बल्कि आत्मगौरव और देशभक्ति का उत्सव है।
कार्यक्रम में नगर संघ चालक केशव चंद्राकर, शारिरिक प्रमुख जितेंद्र चंद्राकर, धनेश्वर निर्मलकर, पोषण साहू सहित बड़ी संख्या में स्वयंसेवक उपस्थित रहे।
🌼 पुष्पवर्षा और देशभक्ति गीतों से गूंजा कुरुद नगर
पथ संचलन के दौरान कई स्थानों पर स्वयंसेवकों का स्वागत देशभक्ति गीतों और पुष्पवर्षा के साथ किया गया। नगर के नागरिकों ने “भारत माता की जय” के उद्घोष से वातावरण को राष्ट्रप्रेम से भर दिया। यह आयोजन राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ शताब्दी वर्ष पथ संचलन कुरुद को ऐतिहासिक बना गया।
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ शताब्दी वर्ष पथ संचलन कुरुद सिर्फ एक आयोजन नहीं था, बल्कि यह अनुशासन, एकता और राष्ट्रभक्ति का प्रतीक बन गया। इस कार्यक्रम ने नई पीढ़ी में संगठन की भावना, आत्मगौरव और सामाजिक समरसता का संदेश दिया।







