सहदाई माता मंदिर में टीन शेड निर्माण का भूमि पूजन
कुरुद । मगरलोड ब्लॉक के ग्राम बेलौदी में सहदाई माता मंदिर में टीन शेड निर्माण का भूमि पूजन जनपद अध्यक्ष वीरेंद्र साहू के मुख्य आतिथ्य में संपन्न हुआ। यह कार्य जनपद विकास निधि से स्वीकृत ₹3 लाख की लागत से कराया जा रहा है। इस अवसर पर बड़ी संख्या में ग्रामीण मौजूद रहे और सभी ने इस विकास कार्य का स्वागत किया।
ग्रामीण विकास की दिशा में अहम कदम
भूमि पूजन कार्यक्रम के दौरान जनपद अध्यक्ष वीरेंद्र साहू ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की गारंटी, विष्णुदेव साय के सुशासन और विधायक अजय चन्द्राकर के विकास रथ के सहारे गांवों का समग्र विकास निरंतर किया जा रहा है। शासन की कल्याणकारी योजनाओं से ग्राम पंचायतों में तेजी से काम हो रहा है और सहदाई माता मंदिर में टीन शेड निर्माण इसका एक उदाहरण है।
उन्होंने स्पष्ट किया कि धार्मिक एवं सामाजिक आयोजनों के लिए ग्रामीणों को अब छांव और सुविधा उपलब्ध होगी। साथ ही क्षेत्र की अन्य मांगों के निराकरण के लिए भी हरसंभव प्रयास किए जाएंगे।
सहदाई माता मंदिर का सामाजिक महत्व
सहदाई माता मंदिर न केवल धार्मिक आस्था का केंद्र है बल्कि यहां ग्रामीणों के सामाजिक और सांस्कृतिक कार्यक्रम भी आयोजित किए जाते हैं। ऐसे में सहदाई माता मंदिर में टीन शेड निर्माण का भूमि पूजन ग्रामीणों के लिए सुखद खबर है।
यह टीन शेड आने वाले समय में शादी-विवाह, धार्मिक अनुष्ठान और सामुदायिक बैठकों में ग्रामीणों के लिए बड़ी सुविधा प्रदान करेगा।
स्थानीय जनप्रतिनिधियों का सहयोग
भूमि पूजन अवसर पर परसराम पाल, तुम्मान साहू, राजू साहू, उदेराम साहू, मोहन यादव, तीरथ साहू, उमेश साहू, हेमाबाई साहू, दुखूराम साहू सहित बड़ी संख्या में ग्रामीण उपस्थित थे। सभी ने इस विकास कार्य की सराहना की और इसे गांव की उन्नति के लिए सकारात्मक कदम बताया।
इस तरह की योजनाओं से ग्रामीण विकास की प्रक्रिया मजबूत होती है और लोग शासन की नीतियों से सीधे तौर पर जुड़ते हैं।
शासन की प्राथमिकताएं और भविष्य की योजनाएं
जनपद अध्यक्ष ने कहा कि ग्राम पंचायतों में सड़क, नाली, शिक्षा और स्वास्थ्य जैसी बुनियादी सुविधाओं के साथ-साथ धार्मिक स्थलों का भी विकास प्राथमिकता में है। सहदाई माता मंदिर में टीन शेड निर्माण का भूमि पूजन इसी दिशा में उठाया गया कदम है।
ग्रामीणों ने भूमि पूजन कार्यक्रम में अपनी विभिन्न मांगें भी रखीं। इनमें सड़क मरम्मत, पेयजल सुविधा और सामुदायिक भवन निर्माण जैसी प्राथमिकताएं शामिल थीं। जनपद अध्यक्ष ने इन मांगों पर गंभीरता से विचार कर समाधान का आश्वासन दिया।







