सेवा पखवाड़ा: राष्ट्र के स्वास्थ्य सुधार की दिशा में पहल
सेवा पखवाड़ा के तहत देशभर में स्वास्थ्य शिविरों, चिकित्सा सेवाओं और पोषण जागरूकता कार्यक्रमों का आयोजन किया जा रहा है। एम्स की वरिष्ठ महिला चिकित्सक डॉ. मनीषा रुईकर ने बताया कि इस अभियान का उद्देश्य राष्ट्र के स्वास्थ्य परिदृश्य में बदलाव लाना है। इसके तहत राष्ट्रीय पोषण माह का उद्घाटन और प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना के लाभ वितरण को प्राथमिकता दी जा रही है।
स्वास्थ्य सेवाओं की विस्तृत जानकारी
बीएमओ हेमराज देवांगन ने बताया कि महिलाओं के लिए विशेष चिकित्सा जांच और स्वास्थ्य सेवाएँ उपलब्ध कराई गईं। इसमें शामिल हैं:
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ईएनटी (कान, नाक, गला) जांच
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नेत्र परीक्षण
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रक्तचाप और मधुमेह जांच
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दंत परीक्षण
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कैंसर (मुख, स्तन, ग्रीवा) परामर्श
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गर्भवती महिलाओं के लिए प्रसवपूर्व जांच और टीकाकरण
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एनीमिया, सिकल सेल एनीमिया, टीबी जांच
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टेलीमानस (मानसिक स्वास्थ्य) सेवाएं
इन सेवाओं ने ग्रामीण और शहरी दोनों क्षेत्रों के नागरिकों को राहत पहुंचाई।
मातृ वंदना योजना और जनजागरूकता
डॉ. जे.पी. दीवान ने मातृ एवं शिशु सुरक्षा, मातृ वंदना योजना, आयुष्मान वय वंदना कार्ड और सिकल सेल कार्ड की जानकारी दी।
वहीं डॉ. शीलारानी देवांगन ने स्वस्थ जीवनशैली अपनाने पर जोर दिया। उन्होंने चीनी और खाद्य तेल के उपभोग में 10% कमी, मोटापा घटाने और स्थानीय खाद्य पदार्थों को बढ़ावा देने की अपील की। उन्होंने बच्चों और शिशुओं के आहार संबंधी सही आदतों पर भी प्रकाश डाला।
स्वास्थ्य जांच और उपचार के आंकड़े
शिविर में कई विशेषज्ञ चिकित्सकों ने मरीजों की जांच की।
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नेत्र रोग विशेषज्ञ क्षितिज साहू ने 38 आंखों की जांच और 10 मोतियाबिंद मरीजों का उपचार किया।
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डॉ. एन.के. कामड़े ने गला, कान और नाक से संबंधित कुल 27 मरीजों को राहत दी।
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महिला रोग – 62 मरीज
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त्वचा रोग – 33 मरीज
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सर्जरी – 29 मरीज
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हड्डी रोग – 27 मरीज
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शिशु रोग – 43 मरीज
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दंत रोग – 19 मरीज
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मेडिसिन – 41 मरीज
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सामान्य रोग – 162 मरीज
इस प्रकार सेवा पखवाड़ा के तहत कुल सैकड़ों मरीजों को उपचार और परामर्श मिला।
आयुष्मान और स्वास्थ्य केंद्रों से लाभ उठाने की अपील
बीपीएम रोहित पांडेय ने लोगों को सलाह दी कि सेवा पखवाड़ा के अंतर्गत उपलब्ध स्वास्थ्य सुविधाओं का लाभ उठाने के लिए नजदीकी आयुष्मान आरोग्य मंदिर, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र या आंगनवाड़ी केंद्र से संपर्क करें।
सेवा पखवाड़ा और राष्ट्रीय पोषण माह का महत्व
इस अवसर पर स्वास्थ्य कर्मियों और हितग्राहियों ने सक्रिय भागीदारी निभाई। यह आयोजन न केवल मरीजों के लिए राहत भरा रहा, बल्कि जनजागरूकता का भी महत्वपूर्ण माध्यम बना। सेवा पखवाड़ा के जरिए मातृ और शिशु स्वास्थ्य, पोषण स्तर सुधार और बीमारियों की रोकथाम पर जोर दिया जा रहा है।
सेवा पखवाड़ा के अंतर्गत आयोजित शिविरों और कार्यक्रमों ने हजारों मरीजों को स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराईं। मातृ वंदना योजना, पोषण माह और चिकित्सा जांच से समाज में स्वास्थ्य जागरूकता बढ़ी है। इस पहल से स्पष्ट है कि सेवा पखवाड़ा देश के स्वास्थ्य सुधार की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।







