शारदीय नवरात्रि पर्व 2024: शीतला शक्ति पीठ सिहावा में तैयारियाँ चरम पर
आगामी 22 सितंबर (सोमवार) से प्रारंभ होने वाले शारदीय नवरात्रि पर्व 2025 को लेकर धमतरी जिले के प्रसिद्ध शीतला शक्ति पीठ, सिहावा में तैयारियाँ जोरों पर हैं। मंदिर परिसर में रंग-रोगन, साफ-सफाई, प्रकाश एवं साउंड सिस्टम, पूजा सामग्री और भोजन प्रसादी की व्यवस्थाएँ अंतिम चरण में पहुँच चुकी हैं। समिति अध्यक्ष कैलाश पवार और उनकी टीम इस आयोजन को सफल बनाने में जुटी हुई है।
घट स्थापना और मनोकामना ज्योति पंजीयन
22 सितंबर को दोपहर 3 बजे से शाम 6 बजे तक पारंपरिक विधि से घट स्थापना की जाएगी। साथ ही श्रद्धालुओं के लिए मनोकामना ज्योति प्रज्वलन का पंजीयन भी प्रारंभ हो चुका है।
👉 तेल ज्योति – ₹851
👉 घी ज्योति – ₹1501
पंजीयन कार्य पुजारी ज्ञान सागर पटेल, डॉ. आर. एन. पचौरी (नगरी), निकेश बुक डिपो, किशोर भट्ट, के. के. परिहार, सपना बुक डिपो सिहावा, राजीव कम्प्यूटर नगरी सहित कई प्रतिष्ठानों द्वारा किया जा रहा है।
सांस्कृतिक कार्यक्रम और भंडारा प्रसादी
समिति ने घोषणा की है कि शारदीय नवरात्रि पर्व 2025 के अंतिम तीन दिनों में सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा। तीसरे दिन से अष्टमी तक प्रतिदिन भंडारा प्रसादी भी रखा जाएगा, जिसमें श्रद्धालु भोजनदाताओं के करकमलों से भोजन ग्रहण करेंगे।
पंचमी तिथि पर गोलू मालू, सचिन भंसाली और उनकी टीम माता को छप्पन भोग अर्पित करेंगे और श्रद्धालुओं को भंडारे में परोसा जाएगा।
नवरात्रि में नवदुर्गा की पूजा
नवरात्रि के नौ दिनों में मां दुर्गा के नव रूपों की विधिपूर्वक पूजा-अर्चना होगी:
-
शैलपुत्री
-
ब्रह्मचारिणी
-
चंद्रघंटा
-
कुष्मांडा
-
स्कंदमाता
-
कात्यायनी
-
कालरात्रि
-
महागौरी
-
सिद्धिदात्री
यह परंपरा श्रद्धालुओं को आध्यात्मिक ऊर्जा और मनोकामना पूर्ण करने का विश्वास प्रदान करती है।
आयोजन समिति और प्रमुख सदस्य
समिति अध्यक्ष कैलाश पवार के नेतृत्व में कलम सिंह पवार, नेम सिंह बिशेन, नरेंद्र नाग, नारद निषाद, विजय पटेल, अंजोर निषाद, मंगाउ राम मरकाम, हरिक लाल नायक, सरपंच शारदा ध्रुव सहित कई कार्यकर्ता इस आयोजन को सफल बनाने के लिए सक्रिय भूमिका निभा रहे हैं।
शीतला शक्ति पीठ, सिहावा में शारदीय नवरात्रि पर्व 2025 की तैयारियाँ श्रद्धा और उत्साह के साथ जारी हैं। घट स्थापना, मनोकामना ज्योति, सांस्कृतिक कार्यक्रम और भंडारा प्रसादी से यह आयोजन भक्तों के लिए अविस्मरणीय बनेगा। नवरात्रि का यह पर्व श्रद्धालुओं को आध्यात्मिक शक्ति और सामाजिक समरसता का अद्भुत अनुभव कराएगा।
