नई दिल्ली | मंगलवार को घरेलू शेयर बाजार में शुरुआती तेजी के बाद निवेशकों को बड़ा झटका लगा। सेंसेक्स और निफ्टी दोनों प्रमुख सूचकांक गिरावट के साथ कारोबार करते नजर आए। सुबह 11:55 बजे बीएसई सेंसेक्स 320.24 अंक (0.39%) टूटकर 81,739.18 के स्तर पर आ गया, जबकि एनएसई निफ्टी 87.61 अंक (0.35%) की गिरावट के साथ 24,847.70 के स्तर पर देखा गया।
बैंकिंग शेयरों पर भारी बिकवाली
कारोबारी सत्र के दौरान सबसे ज्यादा दबाव बैंकिंग सेक्टर के शेयरों पर दिखा। निवेशकों में अनिश्चितता बढ़ने से बैंकिंग कंपनियों के स्टॉक्स बिकवाली की चपेट में आ गए, जिससे बाजार में गिरावट और तेज हो गई।
दिन की शुरुआत रही दमदार
शुरुआती कारोबार में बाजार ने मजबूती दिखाई थी। वैश्विक बाजारों से मिले सकारात्मक संकेतों और आईटी सेक्टर में खरीदारी के चलते सेंसेक्स 191 अंक की बढ़त के साथ 82,250.42 तक पहुंच गया था। वहीं निफ्टी भी 64.9 अंक उछलकर 25,010.35 के स्तर पर पहुंच गया था।
इन कंपनियों ने दिलाया मुनाफा
सेंसेक्स की कुछ कंपनियों ने गिरावट के बीच भी निवेशकों को राहत दी।
-
टाटा स्टील
-
इंफोसिस
-
टेक महिंद्रा
-
आईटीसी
-
टीसीएस
-
एक्सिस बैंक
-
इंडसइंड बैंक
-
एशियन पेंट्स
इन शेयरों में तेजी देखी गई, जिससे निवेशकों को मुनाफा हुआ।
लाल निशान पर ये दिग्गज शेयर
-
पावर ग्रिड
-
एचडीएफसी बैंक
-
बजाज फाइनेंस
-
रिलायंस इंडस्ट्रीज
-
टाइटन
-
नेस्ले
इन शेयरों में गिरावट ने बाजार पर दबाव बनाया।
ग्लोबल मार्केट का मिला मिला-जुला साथ
एशियाई बाजारों में आज सकारात्मक रुझान देखने को मिला।
-
जापान का निक्केई 225,
-
दक्षिण कोरिया का कोस्पी,
-
शंघाई का एसएसई कंपोजिट,
-
हांगकांग का हैंग सेंग – सभी इंडेक्स हरे निशान पर कारोबार करते नजर आए।
वहीं, अमेरिकी बाजार भी सोमवार को मजबूती के साथ बंद हुए थे।
एफआईआई की बिकवाली बनी चिंता
एक्सचेंज डेटा के मुताबिक, सोमवार को विदेशी संस्थागत निवेशकों (FIIs) ने 525.95 करोड़ रुपये की बिकवाली की, जिससे बाजार पर नकारात्मक असर पड़ा।
जियोजित इन्वेस्टमेंट्स लिमिटेड के चीफ इन्वेस्टमेंट स्ट्रैटेजिस्ट वीके विजयकुमार ने कहा,
“अभी के लिए बाजार स्थिरता की ओर बढ़ सकता है। लेकिन ऊंचे वैल्यूएशन के कारण बड़ी तेजी की संभावना कम है। एफआईआई और डीआईआई दोनों की बिकवाली यह संकेत दे रही है कि निवेशक फिलहाल सतर्कता बरत रहे हैं।”
भले ही बाजार ने दिन की शुरुआत हरे निशान के साथ की हो, लेकिन दिन चढ़ते ही मुनाफावसूली और बैंकिंग शेयरों की कमजोरी ने तेजी की रफ्तार थाम दी। निवेशकों के लिए ये संकेत है कि सतर्कता जरूरी है, खासकर तब जब एफआईआई बिकवाली मोड में हैं।
