कुरूद। कलेक्टर के सख्त निर्देश के बाद जिले में अवैध रेत उत्खनन, परिवहन और भंडारण के खिलाफ खनिज विभाग ने अपनी कार्रवाई तेज कर दी है। बीते चार दिनों में विभागीय अधिकारियों ने बड़ी संख्या में अवैध रेत परिवहन में लिप्त वाहनों को जब्त किया है। लेकिन सवाल यह उठता है कि क्या यह कार्रवाई सिर्फ खानापूर्ति तक सीमित है, या वास्तव में बड़े खनन माफियाओं पर भी शिकंजा कसा जा रहा है?
खनिज अधिकारी हीरादास भारद्वाज ने जानकारी दी कि नगरी तहसील के घटुला क्षेत्र में एक महेंद्र ट्रैक्टर को अवैध रेत परिवहन करते हुए पकड़ा गया, जिसे सिहावा थाने में अभिरक्षा में रखा गया है। वहीं, मगरलोड के मेघा में पेट्रोल पंप के किनारे अवैध रेत भंडारण में लगी एक जेसीबी मशीन और एक हाईवा को जब्त कर कुरूद मंडी परिसर में रखा गया है।
इसके अलावा, लीलर और कोलियारी क्षेत्र में अवैध रेत परिवहन में संलिप्त पांच ट्रैक्टरों को जब्त किया गया है। लीलर गांव में ही रेत के अवैध भंडारण में उपयोग की जा रही एक चैन माउंटेड जेसीबी मशीन को भी जब्त कर कलेक्टोरेट परिसर में अभिरक्षा में रखा गया है।
धमतरी तहसील के दोनर गांव में चार हाईवा को अवैध रेत परिवहन करते हुए पकड़ा गया। इसके साथ ही, सिहावा चौक के पास अवैध मुरूम परिवहन में लिप्त एक हाईवा वाहन को भी जब्त कर लिया गया है।
इन सभी प्रकरणों में खान एवं खनिज अधिनियम तथा गौण खनिज नियमों के तहत अर्थदंड वसूली की कार्रवाई की जाएगी। हालांकि, स्थानीय लोगों का मानना है कि यह कार्रवाई केवल छोटे स्तर के वाहनों और ट्रैक्टरों तक ही सीमित रहती है, जबकि बड़ी मछलियों पर कार्यवाही नहीं होती। अब देखना होगा कि नए कलेक्टर के आने के बाद क्या अवैध खनन पर कार्रवाई में कोई ठोस बदलाव आता है या फिर वही पुरानी कहानी दोहराई जाती रहेगी।
