स्कूली बच्चों के लिए समर कैंप की गाइडलाइन जारी, छुट्टियों में रचनात्मक गतिविधियों पर रहेगा फोकस

रायपुर | गर्मियों की छुट्टियों को बच्चों के लिए और भी रोचक और उपयोगी बनाने के लिए शिक्षा विभाग ने समर कैंप को लेकर नई गाइडलाइन जारी कर दी है। शिक्षा सचिव सिद्धार्थ कोमल सिंह परदेशी ने राज्य के सभी कलेक्टर और जिला शिक्षा अधिकारियों (DEO) को आदेश जारी करते हुए बताया कि 1 मई से 15 जून तक स्कूलों में ग्रीष्मकालीन अवकाश रहेगा और इस दौरान इच्छुक स्कूलों में समर कैंप आयोजित किए जा सकते हैं।

शिक्षा सचिव के मुताबिक, समर कैंप पूरी तरह से स्वैच्छिक रहेगा, यानी इसमें किसी भी प्रकार की बाध्यता नहीं होगी। साथ ही, इन कैंपों के लिए शिक्षा विभाग की ओर से कोई बजट जारी नहीं किया जाएगा। इसका मकसद बच्चों को अवकाश के समय में रचनात्मक गतिविधियों से जोड़ना और उनके अंदर छिपी प्रतिभा को निखारना है।

गाइडलाइन में कुल 9 बिंदुओं का उल्लेख किया गया है, जिनमें बताया गया है कि समर कैंप में किन गतिविधियों को शामिल किया जा सकता है। इन गतिविधियों में चित्रकारी, गायन, वादन, निबंध लेखन, कहानी लेखन, हस्तलिपि लेखन, नृत्य और खेलकूद जैसे रचनात्मक एवं शारीरिक विकास से जुड़ी क्रियाएं शामिल होंगी।

इसके अलावा, अलग-अलग क्षेत्रों के विशेषज्ञों को भी बुलाकर बच्चों को उनकी विशेषज्ञता का लाभ दिलाया जा सकता है। यह प्रयास बच्चों के आत्मविश्वास को बढ़ाने, उनके कौशल को विकसित करने और समग्र व्यक्तित्व निर्माण में सहायक हो सकता है।

गौरतलब है कि यह समर कैंप सभी स्कूलों में अनिवार्य नहीं है, बल्कि इच्छुक स्कूल अपने स्तर पर इसका आयोजन कर सकते हैं। इससे बच्चों को सीखने का एक मज़ेदार और प्रेरक माहौल मिलेगा।

Bharti Sahu
Author: Bharti Sahu