रायपुर । छत्तीसगढ़ विधानसभा में आज स्वामी आत्मानंद स्कूलों का मुद्दा गरमाया। विधायक देवेंद्र यादव द्वारा स्कूलों की संचालन व्यवस्था, बजट आवंटन और व्यय को लेकर पूछे गए सवाल पर मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने जवाब देते हुए कहा कि प्रधानमंत्री स्कूल फॉर राइजिंग इंडिया (पीएमश्री) योजना से आत्मानंद स्कूलों को जोड़ने से उनकी व्यवस्थाएं और बेहतर होंगी।
770 करोड़ के बजट से स्कूलों में सुधार
मुख्यमंत्री ने बताया कि स्वामी आत्मानंद स्कूल योजना के लिए पहले 700 करोड़ रुपये का प्रावधान था, जिसे अब बढ़ाकर 770 करोड़ रुपये कर दिया गया है। इस राशि से स्कूलों में शिक्षा व्यवस्था को और सशक्त किया जाएगा। साथ ही, उन्होंने स्पष्ट किया कि पहले इन स्कूलों में शिक्षकों की नियुक्ति प्रतिनियुक्ति के आधार पर की जाती थी, लेकिन अब राज्य सरकार ने इसके लिए स्थायी बजट का प्रावधान किया है।
भिलाई के खुर्सीपार स्कूल में शुरू होगी कॉमर्स क्लास
देवेंद्र यादव ने भिलाई के स्वामी आत्मानंद स्कूलों को लेकर भी सवाल उठाया और खुर्सीपार स्कूल में कॉमर्स क्लास शुरू कराने की मांग रखी। इस पर मुख्यमंत्री ने कहा कि इस संबंध में परीक्षण किया जा रहा है और जल्द ही निर्णय लिया जाएगा।
751 आत्मानंद स्कूलों का भविष्य?
नेता प्रतिपक्ष डॉ. चरणदास महंत ने विधानसभा में सवाल उठाया कि कांग्रेस सरकार के कार्यकाल में खोले गए 600 स्वामी आत्मानंद स्कूलों को क्या पीएमश्री योजना से जोड़ा जाएगा? इस पर मुख्यमंत्री साय ने स्पष्ट किया कि प्रदेश में कुल 751 आत्मानंद स्कूल खोले गए थे, जिनमें से कई को भारत सरकार की योजना के तहत पीएमश्री स्कूलों में शामिल किया जा चुका है। फिलहाल प्रदेश में 341 पीएमश्री स्कूल संचालित हो रहे हैं, जिनमें कुछ आत्मानंद स्कूल भी शामिल हैं।
सरकार के इस बयान से यह स्पष्ट हो गया है कि आत्मानंद स्कूलों को बेहतर बनाने के लिए राज्य और केंद्र सरकार मिलकर काम कर रही हैं।
