तिलोकचंद साहू की उपलब्धि पर क्षेत्र में खुशी की लहर
गांव मौरीखुर्द निवासी तिलोकचंद साहू ने नीट परीक्षा में 504 अंक अर्जित कर एमबीबीएस में प्रवेश पाया है। उन्होंने छत्तीसगढ़ ओबीसी वर्ग में 104वीं रैंक हासिल की और अब जगदलपुर के शासकीय चिकित्सा महाविद्यालय में चिकित्सा की पढ़ाई करेंगे। उनकी सफलता से परिवार, ग्रामवासियों और क्षेत्र के लोगों में हर्ष और गर्व की लहर है।
साधारण किसान परिवार से डॉक्टर बनने तक का सफर
तिलोकचंद साहू के पिता रामसिंह साहू खेती-किसानी करते हैं और माता सुमित्रा साहू गृहिणी हैं। किसान परिवार से आने के बावजूद उन्होंने शिक्षा को प्राथमिकता दी और गांव के शासकीय स्कूल से पढ़ाई की।
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प्रारंभिक शिक्षा मौरीखुर्द से
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माध्यमिक शिक्षा दहदहा और भैंसमुंडी नारी के स्कूलों से
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उच्चतर तैयारी के बाद नीट परीक्षा में 504 अंक
यह उनकी कड़ी मेहनत और धैर्य का परिणाम है।
गांव का पहला एमबीबीएस छात्र
तिलोकचंद साहू मौरीखुर्द के पहले छात्र बने हैं, जिन्होंने नीट परीक्षा पास कर एमबीबीएस में प्रवेश पाया। यह उपलब्धि न केवल उनके परिवार के लिए बल्कि पूरे गांव और ब्लॉक के लिए ऐतिहासिक है।
परिवार और शिक्षकों का योगदान
तिलोकचंद अपनी सफलता का श्रेय माता-पिता और शिक्षकों को देते हैं। उनका मानना है कि सही मार्गदर्शन और आत्मविश्वास से कठिन से कठिन लक्ष्य हासिल किया जा सकता है।
क्षेत्रवासियों की प्रतिक्रिया
ग्रामवासियों ने तिलोकचंद साहू को बधाई देते हुए उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना की। यह उपलब्धि क्षेत्र के अन्य छात्रों के लिए भी प्रेरणादायक है।
शिक्षा और परिश्रम का महत्व
नीट जैसी कठिन परीक्षा पास करना आसान नहीं है। इसके लिए निरंतर अध्ययन, अनुशासन और मानसिक मजबूती की आवश्यकता होती है। तिलोकचंद ने यह साबित कर दिया कि सीमित संसाधनों के बावजूद सफलता हासिल की जा सकती है।
तिलोकचंद साहू ने नीट परीक्षा में 504 अंक हासिल कर यह दिखा दिया कि परिश्रम और लगन से कोई भी सपना साकार किया जा सकता है। उनकी यह उपलब्धि न केवल उनके परिवार, बल्कि पूरे मौरीखुर्द और कुरुद ब्लॉक के लिए गर्व का क्षण है। भविष्य में उनका यह सफर और छात्रों के लिए प्रेरणादायी साबित होगा।
