नई दिल्ली । आयुर्वेद में तुलसी को एक बेहद खास औषधीय पौधा माना जाता है। इसकी पत्तियों में अनेक औषधीय गुण होते हैं, जो शरीर की इम्यूनिटी को मजबूत करने और संक्रमण से बचाव में मदद करते हैं। तुलसी का काढ़ा पीना सेहत के लिए बहुत फायदेमंद होता है। बुजुर्गों की मान्यता रही है कि सुबह खाली पेट तुलसी का काढ़ा पीने से शरीर को कई तरह के फायदे मिलते हैं।
तुलसी के काढ़े के लाभ
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इम्यूनिटी बूस्टर: तुलसी में एंटीऑक्सीडेंट और एंटी-बैक्टीरियल गुण होते हैं, जो शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाते हैं।
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संक्रमण से बचाव: मानसून में बैक्टीरिया और वायरस का खतरा बढ़ जाता है। तुलसी का सेवन संक्रमण से बचाव में सहायक होता है।
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गले की खराश और सर्दी-जुकाम में राहत: तुलसी का काढ़ा खांसी, जुकाम और गले की खराश को ठीक करने में मदद करता है।
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तनाव कम करने में सहायक: इसमें एडाप्टोजेन गुण होते हैं, जो तनाव और चिंता को कम करने में कारगर होते हैं।
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पाचन तंत्र को दुरुस्त रखता है: तुलसी का काढ़ा गैस, अपच और कब्ज जैसी समस्याओं से राहत देता है।
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सांस की बीमारियों में फायदेमंद: अस्थमा, ब्रोंकाइटिस और सांस संबंधी अन्य समस्याओं में तुलसी का काढ़ा कारगर माना जाता है।
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त्वचा के लिए लाभकारी: तुलसी का काढ़ा पीने से मुंहासों और त्वचा संक्रमण की समस्या में भी राहत मिलती है।
कैसे बनाएं तुलसी का काढ़ा?
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5-6 ताजा तुलसी की पत्तियां लें और धो लें।
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एक कप पानी में तुलसी की पत्तियों को उबालें।
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अदरक या काली मिर्च भी डाल सकते हैं।
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इसे 5-7 मिनट तक मीडियम आंच पर उबालें।
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छानकर इसमें स्वाद के लिए शहद मिलाएं और पीएं।
अगर कोई व्यक्ति किसी बीमारी से जूझ रहा है, तो तुलसी का काढ़ा पीने से पहले डॉक्टर या वैद्य से परामर्श जरूर लें। हालांकि, आमतौर पर तुलसी का काढ़ा सुरक्षित और बिना किसी दुष्प्रभाव के माना जाता है।
तुलसी का काढ़ा सेहत के लिए वरदान है और इसे अपनी दिनचर्या में शामिल कर कई बीमारियों से बचा जा सकता है।
