🩺 Vitamin-B12 की कमी को दूर करने के लिए अपनाएं घरेलू उपाय
Vitamin-B12 एक आवश्यक पोषक तत्व है जो शरीर में रेड ब्लड सेल्स के निर्माण, डीएनए सिंथेसिस और नर्वस सिस्टम को स्वस्थ बनाए रखने में अहम भूमिका निभाता है। इसकी कमी से थकान, कमजोरी, मानसिक अवसाद, और हाथ-पैर में झनझनाहट जैसी समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं। आमतौर पर विटामिन-B12 का मुख्य स्रोत मांसाहारी आहार होता है, लेकिन शुद्ध शाकाहारी या वेगन लोग भी अपने किचन में मौजूद कुछ मसालों और आयुर्वेदिक नुस्खों से इसकी पूर्ति कर सकते हैं।
🧪 Vitamin-B12 की कमी के सामान्य लक्षण
पहचानना जरूरी है कि शरीर में Vitamin-B12 की कमी हो रही है या नहीं। इसके मुख्य लक्षणों में शामिल हैं:
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लगातार थकान और कमजोरी महसूस होना
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त्वचा का पीला पड़ जाना
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चिड़चिड़ापन और डिप्रेशन
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मुंह और जीभ में बार-बार छाले
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हाथ-पैरों में झनझनाहट या सुन्नता
अगर ये लक्षण लगातार बने रहें, तो डॉक्टर से परामर्श लें और खून की जांच जरूर करवाएं।
🍃 किचन के ये 5 मसाले कर सकते हैं मदद
यदि आप शाकाहारी हैं और सप्लीमेंट के बिना प्राकृतिक रूप से Vitamin-B12 के स्तर को सुधारना चाहते हैं, तो ये घरेलू मसाले आपके लिए कारगर हो सकते हैं:
1. मेथी दाना
मेथी के बीज में ऐसे तत्व होते हैं जो शरीर में विटामिन-B12 के अवशोषण को बेहतर बनाते हैं।
कैसे लें:
इसे रातभर भिगोकर या अंकुरित कर सुबह खाली पेट सेवन करें।
2. अजवाइन
अजवाइन पाचन तंत्र को मजबूत बनाता है और पोषक तत्वों के अवशोषण को बेहतर करता है।
कैसे लें:
एक चुटकी अजवाइन को गर्म पानी के साथ सुबह लें या खाना बनाते समय इस्तेमाल करें।
3. हींग
हींग में मौजूद एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण नर्वस सिस्टम को मजबूत बनाने में मदद करते हैं।
कैसे लें:
रोजाना भोजन में हींग का उपयोग करें, विशेषकर दाल या सब्जी में तड़का लगाकर।
4. हल्दी
हल्दी में एंटीऑक्सीडेंट और एंटी-इंफ्लेमेटरी तत्व पाए जाते हैं जो शरीर में सूजन को कम करते हैं और पाचन को बेहतर बनाते हैं।
कैसे लें:
हल्दी वाला दूध या “गोल्डन मिल्क” रात में सोने से पहले पीएं।
5. काली मिर्च
काली मिर्च विटामिन्स और मिनरल्स के अब्जॉर्प्शन को बढ़ावा देती है, जिससे विटामिन-B12 भी बेहतर तरीके से अवशोषित होता है।
कैसे लें:
इसे खाने में ताजे पिसे हुए रूप में उपयोग करें।
🥣 सेवन का सही तरीका और दिनचर्या में शामिल करें
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सुबह गुनगुने पानी में मेथी या अजवाइन का सेवन करें।
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रात में हल्दी वाला दूध पिएं।
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भोजन में हींग और काली मिर्च का नियमित प्रयोग करें।
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संयमित जीवनशैली और संतुलित आहार अपनाएं।
