“CM विष्णुदेव साय का इतिहास रचने वाला दौरा: जंगलों के बीच बसे गांव में बरसे तोहफे, हर चेहरे पर मुस्कान!”

रायपुर । छत्तीसगढ़ के मुंगेली जिले के सुदूर वनांचल गांव बिजराकछार में आज कुछ अलग ही नज़ारा देखने को मिला। घने जंगलों और पहाड़ियों के बीच बसे इस दुर्गम गांव में पहली बार मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय पहुंचे तो ग्रामीणों का उत्साह देखते ही बन रहा था। सुशासन तिहार के तीसरे चरण में आयोजित इस समाधान शिविर में मुख्यमंत्री ने सिर्फ शिरकत नहीं की, बल्कि गांव के लोगों से आत्मीय संवाद कर उनकी समस्याएं भी सुनी और मौके पर ही समाधान के निर्देश दिए।

बिजराकछार, जो बैगा और अन्य आदिवासी जनजातियों का निवास स्थान है, वहाँ मुख्यमंत्री के स्वागत में पारंपरिक ‘खुमरी’ और गजमाला से अभिनंदन हुआ। शिविर की शुरुआत छत्तीसगढ़ महतारी और सरस्वती माता के समक्ष दीप प्रज्वलन से हुई। इस दौरान केंद्रीय राज्य मंत्री तोखन साहू, उप मुख्यमंत्री अरुण साव सहित जनप्रतिनिधि और प्रशासनिक अधिकारी भी उपस्थित रहे।

पहली बार इतने बड़े फैसले एक मंच से:

मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने लोरमी में छात्रावास निर्माण, खुड़िया में PHC का उन्नयन और डिंडोरी में नए कॉलेज की स्थापना जैसे बड़े ऐलान किए। यही नहीं, शिविर में विभिन्न योजनाओं के अंतर्गत सैकड़ों ग्रामीणों को सीधा लाभ भी दिया गया:

  • 33 हितग्राहियों को पीएम आवास की चाबी और स्वीकृत पत्र

  • 20 लाभार्थियों को नोनी सुरक्षा योजना के बॉन्ड पत्र

  • 6 हितग्राहियों को 5.55 लाख रुपए के चेक

  • महिला समूहों को सफारी गाड़ी और चक्रीय निधि

  • तेंदूपत्ता संग्रहण परिवारों के बच्चों को प्रोत्साहन राशि

मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में उनकी सरकार को डेढ़ साल पूरे हो चुके हैं और इस दौरान प्रधानमंत्री मोदी की गारंटियों को जमीनी हकीकत में बदलने का काम किया गया है। उन्होंने बताया कि 18 लाख परिवारों को आवास स्वीकृति दी गई है और जिन लोगों को अभी तक घर नहीं मिला है, उन्हें भी जल्द शामिल किया जाएगा।

किसानों और महिलाओं को बड़ी राहत:

ध्यान देने योग्य बात यह रही कि धान की खरीदी 3100 रुपये प्रति क्विंटल की दर से की जा रही है और रकम सीधे किसानों के खाते में डाली जा रही है। महतारी वंदन योजना के तहत महिलाओं को हर माह 1000 रुपये की सहायता दी जा रही है, जिससे माताओं को आत्मबल और आर्थिक स्वतंत्रता मिल रही है।

वनांचल को मिला विकास का भरोसा:

उप मुख्यमंत्री अरुण साव ने कहा कि यह क्षेत्र बैगा जनजाति बहुल है, जहां वर्षों तक विकास की रोशनी नहीं पहुँची। लेकिन अब सरकार इन क्षेत्रों को भी मुख्यधारा में लाने के लिए संकल्पित है। उन्होंने कहा कि “आदिवासी बेटा, अपने समाज के बीच स्नेह और दुलार लेकर आया है।”

समाधान शिविर बना भरोसे का प्रतीक:

बिजराकछार क्लस्टर के 14 ग्राम पंचायतों से जुड़े 7,970 आवेदन प्राप्त हुए थे, जिनमें से 7,964 का गुणवत्तापूर्ण निराकरण कर दिया गया है। इनमें से सबसे अधिक आवेदन पीएम आवास योजना से संबंधित थे।

इसके अलावा:

  • 1,469 नए नाम आवास प्लस 2.0 में जोड़े गए

  • 110 भूमि सुधार कार्य स्वीकृत

  • 25 नए जॉब कार्ड जारी

  • 116 नए राशन कार्ड बनाए गए

  • 142 महतारी वंदन योजना के लिए नए पंजीयन हुए

जनता से किया वादा, निभा रहे हैं सरकार:
केंद्रीय मंत्री तोखन साहू ने कहा कि मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय प्रधानमंत्री मोदी की हर गारंटी को निष्ठा से पूरा कर रहे हैं। चाहे वह आवास योजना हो, खाद्यान्न सुरक्षा या महिलाओं का सशक्तिकरण – हर मोर्चे पर सरकार सक्रिय है।

बिजराकछार में आयोजित यह समाधान शिविर सिर्फ योजनाओं का प्रचार नहीं था, बल्कि ग्रामीणों के जीवन में बदलाव लाने की एक मजबूत पहल थी। मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने यह स्पष्ट कर दिया कि सरकार सिर्फ घोषणाओं तक सीमित नहीं है, बल्कि हर वादा निभाने के लिए मैदान में उतर चुकी है।

Bharti Sahu
Author: Bharti Sahu