नई दिल्ली | क्या आपको भी कभी-कभी लगता है कि सिर्फ थोड़ी सी चहलकदमी या सीढ़ियां चढ़ते ही आपकी सांस फूलने लगती है? इसे कभी भी उम्र या थकान का मामूली कारण समझकर न टालें। क्योंकि ये छोटी सी तकलीफ आपके शरीर में छुपी पांच गंभीर बीमारियों की तरफ इशारा कर सकती है।
मेडिकल एक्सपर्ट्स के अनुसार, सांस फूलना खासतौर पर दिल, फेफड़े और खून से जुड़ी बड़ी समस्याओं का संकेत हो सकता है। आइए जानते हैं उन पांच प्रमुख कारणों के बारे में, जिनका इलाज समय रहते करना बेहद जरूरी है:
1. दिल की बीमारी (Heart Disease)
अगर दिल सही तरीके से खून पंप नहीं कर पाता, तो फेफड़ों में पानी भर जाता है और सांस फूलने लगती है। खासकर कंजेस्टिव हार्ट फेल्योर या कोरोनरी आर्टरी डिजीज में ये लक्षण जल्दी दिखते हैं।
2. खून की कमी (Anemia)
आयरन या विटामिन B12 की कमी से हीमोग्लोबिन कम हो जाता है, जिससे ऑक्सीजन पूरे शरीर में नहीं पहुंच पाती। नतीजतन, हल्की मेहनत में भी सांस फूलना और थकावट महसूस होती है।
3. फेफड़ों की बीमारियां (Asthma, COPD)
अस्थमा या COPD में सांस फूलना, सीने में जकड़न, खांसी और घरघराहट जैसी तकलीफें आम हैं। ये बीमारियां फेफड़ों को कमजोर कर देती हैं।
4. मोटापा और निष्क्रियता (Obesity & Sedentary Lifestyle)
अत्यधिक वजन और शारीरिक गतिविधि की कमी से भी सांस फूलने की समस्या होती है। शरीर को सामान्य काम में भी ज्यादा मेहनत लगने लगती है।
5. थायरॉयड या मेटाबॉलिक समस्या (Thyroid & Metabolic Disorders)
थायरॉयड हार्मोन का असंतुलन शरीर की ऊर्जा कम कर देता है, जिससे हल्की-फुल्की एक्टिविटी में भी सांस फूलना शुरू हो जाता है।
